ये वास्तुदोष बनते हैं जीवन में कंगाली का कारण, जानें और बचाए अपना धन
By: Ankur Thu, 18 July 2019 07:42:58
व्यक्ति अपने जीवन की जरूरतों की पूर्ती और एक अच्छी जीवनशैली के लिए मेहनत करता हैं और पैसा कमाता हैं। लेकिन अक्सर देखा जाता है कि इतनी मेहनत और पैसा कमाने के बाद भी व्यक्ति का धन ठहरता नहीं हैं और व्यक्ति कंगाली की ओर बढ़ता जाता हैं। इसके पीछे की बड़ी वजह घर में उपस्थित वास्तुदोष भी हो सकते हैं। इसलिए आज हम आपके लिए उन वास्तुदोष की जानकारी लेकर आए हैं जो व्यक्ति के जीवन में आई कंगाली का कारण बनते हैं। तो आइये जानते हैं इन वास्तुदोषों के बारे में।
कंगाल बना देता है जल से जुड़ा यह दोष
हमारे यहां जल को लक्ष्मी का प्रतीक माना गया है। यदि आपके घरों में नलों से पानी टपकता है और पाईप लाइन से लीकेज है तो यह आर्थिक नुकसान का संकेत देता है। वास्तु के नियम के अनुसार नल से पानी का टपकना आपके एकत्र किए गए धन को धीरे-धीरे खर्च होने का संकेत करता है। इस दोष के कारण श्री यानी महालक्ष्मी रूठ जाती हैं।
दरवाजे से दूर होगी दरिद्रता
वास्तु के अनुसार घर का मुख्य द्वार का धन से गहरा संबंध होता है। इससे जुड़े वास्तुदोष धन हानि के कारक होते हैं। यदि किसी घर का मुख्य द्वार दक्षिण दिशा में हो तो हमेशा आर्थिक परेशानियां घेरे रहती हैं। इसी तरह यदि घर का मुख्य द्वार टूटा हुआ हो या फिर पूरी तरह से ना खुलता हो, तो इस वास्तुदोष से भी धनहानि होती है। ऐसे में इस सुख समृद्धि को बढ़ाने और दरिद्रता को दूर करने के लिए जल्द से जल्द टूटे दरवाजे की मरम्मत करना चाहिए या बदलवा देना चाहिए।
किस दिशा में हो सीढ़ियां
वास्तु शास्त्र में सीढ़ियों का विशेष महत्व है। भवन के दक्षिण-पश्चिम यानि कि नैऋत्य कोण में पृथ्वी तत्व की प्रधानता होती है, अतः यहां सीढ़ियां बनाने से इस दिशा का भार बढ़ जाता है, जो वास्तु की दृष्टि में बहुत शुभ माना जाता है। इसलिए इस दिशा में सीढ़ियों का निर्माण सर्वश्रेष्ठ माना गया है। इससे धन-संपत्ति में वृद्धि होती है और स्वास्थ्य अच्छा रहता है।
इस दिशा में रखें पानी की टंकी
घर में पानी का टैंक बनवाते या रखते समय दिशा का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए। सही दिशा में टैंक रखने से जहां सुख-समृद्धि में विस्तार होता है तो वहीं गलत दिशा में रखने या बनवाने से बने वास्तु दोष से तमाम तरह की परेशानियां पैदा होती हैं। मलसन, घर में कलह, तनाव बढ़ता है और बच्चों का पढ़ाई में मन नहीं लगता है। पानी को टैंक को दक्षिण पश्चिम दिशा अर्थात् नैऋत्य कोण में होना शुभता प्रदान करता है। घर की छत पर इस दिशा में पानी की टंकी रखने से अन्य भागों की अपेक्षा यह भाग ऊंचा और भारी हो जाता है, जो कि सुख-समृद्धि और उन्नति का कारक बनती है।
किस जगह पर हो किचन
धन की बरकत के लिए रसोई के वास्तु पर विशेष ध्यान देना चाहिए। यदि आपके घर में रसोईघर पश्चिम दिशा में है, तो धन तो खूब आएगा लेकिन बरकत नहीं होगी। कहने का तात्पर्य यह कि इस दिशा में रसोई होने से जातक के पास जैसे ही पैसा आता है, वैसे ही खर्च हो जाता है।