आखिर कैसे हुए श्री हनुमान सिंदूरी, जानें पौराणिक कथा

By: Ankur Mundra Fri, 24 Apr 2020 07:36:32

आखिर कैसे हुए श्री हनुमान सिंदूरी, जानें पौराणिक कथा

हनुमान जी की प्रभु श्री राम के प्रति भक्ति से तो सभी वाकिफ हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि हनुमान जी का सिंदूरी होना भी उनकी भक्ति को ही दर्शाता हैं। जी हां, इससे जुड़ी एक पौराणिक कथा हैं जिसके अनुसार हनुमान जी ने श्रीराम को प्रसन्न करने के लिए खुद को सिंदूर से नहला लिया था। तो आइये जानते हैं इस पौराणिक कथा के बारे में।

जब रावण को मारकर राम जी सीता जी को लेकर अयोध्या आए थे। तब हनुमान जी ने भी भगवान राम और माता सीता के साथ आने की जिद की। राम ने उन्हें बहुत रोका। लेकिन हनुमान जी थे कि अपने जीवन को श्री राम की सेवा करके ही बिताना चाहते थे। श्री हनुमान दिन-रात यही प्रयास करते थे कि कैसे श्री राम को खुश रखा जाए।

एक बार उन्होंनें माता सीता को मांग में सिंदूर भरते हुए देखा। तो माता सीता से इसका कारण पूछ लिया। माता सीता ने उनसे कहा कि वह प्रभु राम को प्रसन्न रखने के लिए सिंदूर लगाती हैं। हनुमान जी को श्री राम को प्रसन्न करने की ये युक्ति बहुत भा गई। उन्होंने सिंदूर का एक बड़ा बक्सा लिया और स्वयं के ऊपर उड़ेल लिया। और श्री राम के सामने पहुंच गए।

तब श्री राम उनको इस तरह से देखकर आश्चर्य में पड़ गए। उन्होंने हनुमान से इसका कारण पूछा। हनुमान जी ने श्री राम से कहा कि प्रभु मैंने आपकी प्रसन्नता के लिए ये किया है। सिंदूर लगाने के कारण ही आप माता सीता से बहुत प्रसन्न रहते हो। अब आप मुझसे भी उतने ही प्रसन्न रहना। तब श्री राम को अपने भोले-भाले भक्त हनुमान की युक्ति पर बहुत हंसी आई। और सचमुच हनुमान के लिए श्री राम के मन में जगह और गहरी हो गई।

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