सेक्स से जुड़े इन मिथ से मजा होता है किरकिरा, जानें
By: Ankur Tue, 09 Oct 2018 2:49:36
सेक्स करना सभी को पसंद होता हैं क्योंकि यह शारीरिक और मानसिक दोनों रूप से फायदेमंद होता हैं। लेकिन सेक्स से जुड़े ऐसे कई मिथक है जिनकी वजह से सेक्स का मजा किरकिरा होने लगता हैं और आप इन खूबसूरत पलों का अच्छे से मजा नहीं ले पाते हैं। इसलिए आपकी इस दुविधा को दूर करने के लिए आज हम आपके लिए सेक्स से जुड़े इन मिथक की जानकारी लाए हैं। तो आइये जानते हैं इनके बारे में।
* यौन संबंधों की शुरुआत पहले पुरुष को करनी चाहिए
ऐसा अधिकतर महिलाएं सोचती हैं। कई महिलाएं सोचती हैं कि पुरुषों को ही सेक्स करने के लिए पहल करनी चाहिए। तो सच मानिए, ऐसा बिल्कुल नहीं है। दरअसल, यौन आवश्यकता एक शारीरिक आवश्यकता है। इसमें दोनों की ही भागीदारी एक समान रूप से होनी चाहिए। कई महिलाएं अपनी सेक्स की इच्छाओं को छिपाती हैं और चाहती हैं कि पुरुष ही पहल करें, लेकिन यह सही तरीका नहीं है। आपको भी पूरे जोश के साथ अपने साथी का सेक्स क्रियाकलापों में साथ देना चाहिए।
* पहली बार ब्लीडिंग न होना यानी महिला कुंवारी नहीं है
यह पूरी तरह से गलत धारणा है। कई पुरुष सोचते हैं कि पहली बार सेक्स करने से जब किसी महिला को ब्लीडिंग नहीं होती, तो इसका मतलब यह है कि वह पहले ही किसी के साथ शारीरिक संबंध बना चुकी है। ऐसा नहीं है। दरअसल, ब्लीडिंग होना महिलाओं में उपस्थित हायमन झिल्ली के फटने से होता है। यह झिल्ली पहली बार सेक्स करते समय ही नहीं फटती, बल्कि साइकिल चलाने, घुड़सवारी करने, खेलने-कूदने आदि से भी फट सकती है। इसलिए बिना सही तथ्यों को जानें पार्टनर पर शक न करें।
* पुरुष द्वारा योनि से बाहर स्खनल (Ejaculation) करने से गर्भधारण नहीं होता है
यह एक गलतफहमी है कि बिना गर्भनिरोधक के प्रयोग के भी पुरूष द्वारा योनि से बाहर स्खनल करने पर गर्भधारण नहीं होता है। वास्तव में सेक्स के दौरान वीर्य सहित अन्य द्रव उत्सर्जित होते रहते हैं, जिनमें शुक्राणु मौजुद रहते हैं जो आसानी से अंडाशय से मिलकर गर्भधारण की स्थिति ला सकते हैं। यह संक्रमण के लिए भी जिम्मेदार हो सकते हैं। कोई भी पुरुष शुक्राणुओं को लीक होने से पहले ही आ जाने से नहीं रोक सकता इसलिए हमेशा गर्भनिरोधक का इस्तेमाल कीजिए।
* पीरियड्स के दौरान सेक्स करने से महिला प्रेगनेंट नहीं हो सकती
यह भी एक भ्रांति ही है। दरअसल, शुक्राणु सेक्स करने के कई दिनों बाद तक जीवित रहते हैं। यदि आप पीरियड्स के दिनों में सेक्स करती हैं, तो भी गर्भ धारण करने की संभावना बनी रहती है। हां, इस दौरान शुक्राण थोड़े शिथिल जरूर होते हैं लेकिन इनकी उपस्थिति को अनदेखा नही किया जा सकता है। महिलाएं अक्सर पीरियड्स के दौरान सेक्स करने से बचती हैं। इस अवस्था में गर्भाशय व उसका मुंह काफी संवेदनशील हो जाता है। सेक्स के दौरान लिंग (पेनिस), योनि में प्रवेश कर गर्भाशय के मुंह पर आघात करता है, जिससे जख्म और इंफेक्शन होने का खतरा बढ़ जाता है। हां, यदि आप हाइजीन का ध्यान रखती हैं, तो गर्भनिरोधक के प्रयोग के साथ आपसी सहमती से पीरियड के दौरान यौन-संबंध बनाए जा सकते हैं।
* चॉकलेट सेक्स का मजा बढ़ाती है
ज्यादातर लोग ये सोचते हैं कि सेक्स के पहले चॉकलेट खाने या दूध पीने से सेक्स का मजा दोगुना बढ़ जाता है लेकिन यह गलतफहमी है। साइंटिफिक रूप से भी अब तक इस बात को साबित नहीं किया गया है।
* शीघ्रपतन एक बीमारी है
ऐसा बिल्कुल नहीं होता। यह सिर्फ एक मिथ है। कुछ लोगों में अति उत्तेजना और डिप्रेशन के कारण भी शीघ्रपतन की समस्या हो सकती है। यदि कोई पेनिस के अग्रभाग में इंफेक्शन है तो इसकी जांच करवाएं। हालांकि, शीघ्रपतन कोई बीमारी नहीं है। ऐसे में खुद को कमजोर न समझते हुए मानसिक रूप से तैयार करें और सुखमय सेक्स लाइफ इंजॉय करें।
* कंडोम से सुरक्षित कुछ नहीं
कंडोम आपको कई यौन संबंधित रोगों जैसे एचआईवी आदि से सुरक्षा प्रदान करता है। कुछ लोग एक ही कंडोम का धोकर दोबारा इस्तेमाल कर लेते हैं, ऐसा बिल्कुल न करें। एक बार सेक्स करने के बाद आप तुरंत सेक्स कर रहे हैं, तो 30 मिनट के अंदर कंडोम को बदल दें। एक बार इस्तेमाल करने के बाद यह ढीला हो जाता है, जिससे इसके फटने की संभावना बढ़ जाती है।