ओरल सेक्स भी बन सकता हैं एड्स का कारण, जानें इससे जुडी जानकारी
By: Ankur Mon, 08 Oct 2018 2:20:51
हर व्यक्ति अपनी सेक्स लाइफ का मजा लेना चाहता हैं और इसके लिए वह सेक्स के कई तरीके अपनाता हैं, जिसमें से एक ओरल सेक्स भी होता हैं। महिला हो या पुरुष दोनों ही ओरल सेक्स का मजा लेना पसंद करते हैं। लेकिन कई बार उनके मन में यह भाव भी आते हैं कि क्या ओरल सेक्स से भी एड्स की बीमारी हो सकती हैं। तो आइये आज हम बताते हैं आपको इसके बारे में।
हालांकि ओरल सेक्स के माध्यम से एचआईेवी फैलने का खतरा वजाइनल या एनल सेक्स के तुलना में कम होता है, लेकिन ऐसा नहीं कहा जा सकता कि ओरल सेक्स में एसटीडी या एचआईवी का खतरा बहुत कम या बिल्कुल कम है।
चूंकि ओरल सेक्स में स्टिम्युलेशन के लिए या पार्टनर को अराउज करने के लिए मुंह और जीभ की मदद ली जाती है, बस इसी वजह से एचआईवी वायरस से संक्रमित होने का खतरा थोड़ा कम हो जाता है। लेकिन अगर किसी व्यक्ति के मुंह में मेम्ब्रेन, म्यूकस और त्वचा कटी-फटी है या वहां किसी प्रकार की चोट है, मुंह या जबड़ों में कोई घाव या अल्सर है तो आप असंक्रमित अवस्था में होने के बावजूद भी एचआईवी के वायरस से संक्रमित हो सकते हैं। संक्रमण का खतरा तभी स्त्री और पुरूष दोनों के लिए कम होता है जब एचआईवी संक्रमित मरीज का इलाज 6 महीने से हो रहा हो।
इसी तरह अगर ओरल सेक्स के दौरान इजैक्युलेशन नहीं होता तो भी एचआईवी का ख़तरा बढ़ने की संभावना नहीं रहती। इसी तरह अगर पीरियड्स नहीं हैं तो भी एचआईवी से संक्रमित होने का खतरा कम ही रहता है। दरअसल यह समझना ज़रूरी है कि अगर एक एचआईवी- निगेटिव व्यक्ति किसी एचआईवी संक्रमित मरीज से सेक्स कर रहा है और सेक्स के दौरान कोई शारीरिक तरल पदार्थ या खून असंक्रमित व्यक्ति के शरीर में प्रवेश करता है या उसके खून के साथ मिल जाता है तभी एचआईवी ट्रांसफर का खतरा बढ़ता है।