
टोंक: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट गुरुवार को अपने विधानसभा क्षेत्र टोंक पहुंचे, जहां उन्होंने कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस मौके पर उन्होंने जनता को संबोधित करते हुए केंद्र और राज्य की भारतीय जनता पार्टी सरकार पर तीखा हमला बोला।
पायलट ने कहा कि बीजेपी किसानों के हितैषी होने का दावा तो करती है, लेकिन उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के तरीके ने उनकी कथनी और करनी के फर्क को उजागर कर दिया है। उन्होंने सवाल उठाया कि "आख़िर आधे घंटे में स्वास्थ्य कारण बताकर इस्तीफा क्यों लिया गया?" — और जोड़ा, "सच तो छुपाया जा सकता है, मगर दबाया नहीं जा सकता।"
"एक दिन सच सामने आएगा"
सचिन पायलट ने मंच से बोलते हुए कहा, "धनखड़ जी का इस्तीफा अस्वाभाविक और संदेहास्पद है। इसे स्वास्थ्य का बहाना बताकर पेश किया गया, लेकिन सच्चाई कुछ और है। एक दिन जरूर सामने आएगा कि इस्तीफे के पीछे की असली वजह क्या थी।" उन्होंने इसे किसान वर्ग का अपमान बताया और कहा, "एक किसान पुत्र को इस तरह से हटाना देश के करोड़ों किसानों का भी अपमान है।"
"राज्य सरकार दिशाहीन, दिल्ली की दौड़ में व्यस्त"
राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए पायलट ने भजनलाल शर्मा सरकार को नाकाम और असफल करार दिया। उन्होंने कहा, "2028 में ये सरकार विदाई की ओर अग्रसर है। मंत्री सिर्फ अपनी कुर्सी बचाने और दिल्ली दरबार में लॉबिंग करने में लगे हैं।"
उन्होंने कहा कि जनता की समस्याएं सुनने वाला कोई नहीं है और नरेश मीणा की जनक्रांति यात्रा पर भी प्रतिक्रिया देते हुए जोड़ा, "हर व्यक्ति को अपनी बात रखने का हक है, लेकिन सवाल यह है कि सत्ता पक्ष उसे सुन भी रहा है या नहीं?"
"बीजेपी खुद अपने घर को नहीं संभाल पा रही"
पायलट ने तंज कसते हुए कहा, "जो पार्टी खुद को दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी कहती है, वह आज तक अपना राष्ट्रीय अध्यक्ष तक तय नहीं कर पाई है। बीजेपी के अंदर अंदरूनी कलह चरम पर है।" उन्होंने आगे कहा कि अब विपक्ष के दबाव के चलते 'ऑपरेशन सिंदूर' पर संसद में चर्चा होनी तय हो गई है।
स्थानीय स्वागत और विकास कार्य
अपने दौरे के दौरान सचिन पायलट ने धन्ना तलाई में गंदे पानी की समस्या को दूर करने के लिए बनाए गए एसटीपी (सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट) का उद्घाटन किया। इस अवसर पर जिला कांग्रेस कमेटी और स्थानीय नेता अकबर खान के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं और नागरिकों ने उनका स्वागत किया।














