
राजस्थान में भ्रष्टाचार के खिलाफ एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने वन विभाग में भी कार्रवाई तेज कर दी है। उदयपुर जिले के खैरवाड़ा क्षेत्र में एसीबी ने दो वनरक्षकों को 80,000 रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया। यह कार्रवाई भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की कड़ी निगरानी और योजना के तहत की गई।
लकड़ी के ट्रक के बदले मांगी गई रिश्वत
जानकारी के अनुसार, वनरक्षकों महेश कुमार मीणा और विजेश अहारी-को ने लकड़ी से भरे ट्रक को बिना कार्रवाई छोड़े जाने के बदले पैसे की मांग की। ट्रक में नीलगिरी और सेमल की लकड़ी थी, जिसके साथ वैध बिल भी मौजूद थे। डूंगरपुर इकाई के परिवादी ने एसीबी को शिकायत दी कि उनके दोनों ट्रक खैरवाड़ा भेजे जा रहे थे और वन विभाग के अधिकारियों ने उन्हें रोक लिया। गाड़ी नंबर GJ 09 AU 1283 को छोड़ने के बदले वनरक्षकों ने भारी रिश्वत की मांग की।
शिकायत के सत्यापन के बाद बनाई ट्रैप योजना
ACB महानिदेशक पुलिस गोविंद गुप्ता ने बताया कि शिकायत की पुष्टि करने के बाद डूंगरपुर टीम ने उप महानिरीक्षक डॉ. रामेश्वर सिंह के सुपरविजन में ट्रैप प्लान तैयार किया। सत्यापन में यह स्पष्ट हुआ कि आरोपी दोनों वनरक्षक 80,000 रुपये की रिश्वत लेने के लिए तैयार थे।
रिश्वत की रकम के साथ गिरफ्तार
1 दिसंबर 2025 को ACB टीम ने निरीक्षक राजेंद्र सिंह और उप अधीक्षक रतन सिंह राजपुरोहित के नेतृत्व में कार्रवाई करते हुए आरोपियों को रंगे हाथों पकड़ लिया। मौके से सभी सबूत जब्त कर लिए गए और दोनों आरोपी डिटेन कर लिए गए।
आगे की जांच जारी
एडीजी स्मिता श्रीवास्तव के सुपरविजन में आरोपी वनरक्षकों से पूछताछ जारी है। भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर मामले की विस्तृत जांच शुरू कर दी गई है।














