
अजमेर। राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) ने प्राध्यापक एवं कोच (माध्यमिक शिक्षा विभाग) प्रतियोगी परीक्षा 2024 के तहत आयोजित विभिन्न विषयों की मॉडल उत्तरकुंजियाँ जारी कर दी हैं। इनमें ग्रुप सी के जनरल नॉलेज एंड फिजिकल एजुकेशन, ग्रुप ई के जनरल अवेयरनेस एंड जनरल स्टडीज़, और राजनीति विज्ञान विषयों की उत्तरकुंजियाँ शामिल हैं। अभ्यर्थी इन्हें आयोग की आधिकारिक वेबसाइट rpsc.rajasthan.gov.in पर देख सकते हैं।
18 से 20 जुलाई तक दर्ज करा सकेंगे आपत्तियाँ
परीक्षा नियंत्रक आशुतोष गुप्ता ने जानकारी दी कि इन परीक्षाओं का आयोजन 3 और 6 जुलाई 2024 को किया गया था। अगर किसी अभ्यर्थी को जारी की गई उत्तरकुंजियों पर आपत्ति है, तो वह 18 जुलाई से 20 जुलाई 2025 की रात 12 बजे तक अपनी आपत्ति ऑनलाइन दर्ज करा सकता है।
—आपत्तियाँ केवल ऑनलाइन माध्यम से ही स्वीकार की जाएंगी।
—आपत्तियों को संबंधित मॉडल प्रश्न पत्र के क्रमांक अनुसार दर्ज करना होगा।
—प्रत्येक प्रश्न पर आपत्ति के लिए 100 रुपए (प्लस सेवा शुल्क) का शुल्क निर्धारित किया गया है।
कैसे करें आपत्ति दर्ज?
1. एसएसओ पोर्टल पर लॉगिन करें।
2. Recruitment Portal का चयन करें।
3. संबंधित परीक्षा के लिए उपलब्ध ‘Question Objection’ लिंक पर क्लिक करें।
4. आपत्तियाँ दर्ज करें और प्रति प्रश्न 100 रुपए का शुल्क ई-मित्र या पोर्टल पर उपलब्ध पेमेंट गेटवे से जमा करें।
आपत्ति दर्ज करते समय प्रामाणिक पुस्तकों या संदर्भ सामग्रियों से प्रमाण देना आवश्यक है। बिना प्रमाण के आपत्तियाँ अस्वीकार कर दी जाएंगी।
महत्वपूर्ण निर्देश
—आपत्तियाँ एक बार ही स्वीकार की जाएंगी।
—शुल्क किसी भी स्थिति में वापस नहीं किया जाएगा।
—ऑनलाइन आपत्तियाँ दर्ज करने में किसी भी तकनीकी परेशानी के लिए ईमेल करें:
recruitmenthelpdesk@rajasthan.gov.in या संपर्क करें: 9352323625, 7340557555
पिछली परीक्षाओं की उपस्थिति
इससे पहले ग्रुप बी की सामान्य ज्ञान विषय की परीक्षा में 63.40% और गणित विषय की परीक्षा में 63.79% अभ्यर्थियों ने भाग लिया था। इससे साफ है कि इस भर्ती प्रक्रिया को लेकर राज्यभर में अभ्यर्थियों में जबरदस्त उत्साह है।
राजस्थान लोक सेवा आयोग की यह पहल अभ्यर्थियों को पारदर्शी मूल्यांकन प्रक्रिया में भाग लेने का मौका देती है। अभ्यर्थियों को चाहिए कि वे निर्धारित समय-सीमा के भीतर सावधानीपूर्वक आपत्तियाँ दर्ज करें और अपने संदर्भों के साथ उन्हें मजबूत बनाएं, जिससे अंतिम उत्तरकुंजी और परिणाम निष्पक्ष तरीके से घोषित किए जा सकें।














