
जोधपुर। सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो के चलते विवादों में आई साध्वी प्रेम बाईसा ने बुधवार को बोरानाडा थाने में गंभीर आरोपों के साथ एफआईआर दर्ज करवाई है। वायरल वीडियो को लेकर साध्वी ने स्पष्ट किया कि यह तीन साल पुराना वीडियो है, जिसमें वह अपने पिता से लंबे समय बाद मिली थीं और स्नेहवश गले मिली थीं। लेकिन कुछ लोगों ने इस वीडियो को जानबूझकर तोड़-मरोड़ कर वायरल किया, जिससे पिता-पुत्री जैसे पवित्र रिश्ते को कलंकित करने की कोशिश की गई।
ब्लैकमेलिंग के आरोप, 20 लाख की मांग
साध्वी ने पुलिस में दर्ज रिपोर्ट में यह भी कहा कि वीडियो को वायरल करने से पहले आरोपियों ने 20 लाख रुपये की मांग की थी। उन्होंने जब ब्लैकमेलिंग की इस मांग को ठुकरा दिया तो वीडियो को जानबूझकर अपने संपर्कों और आश्रम से जुड़े लोगों के बीच भेजकर वायरल कर दिया गया।
बोरानाडा एसीपी आनंद सिंह राजपुरोहित ने पुष्टि की कि साध्वी की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया है। जांच थानाधिकारी मोहम्मद शकील अहमद द्वारा की जा रही है।
"पवित्र रिश्ते को बदनाम करने की साजिश"
ईटीवी भारत से खास बातचीत में साध्वी ने अपनी बात को साफ शब्दों में रखा। उन्होंने बताया कि उनकी मां का निधन बचपन में हो गया था और पिता ने ही उन्हें पाला-पोसा। वीडियो में वह अपने पिता से भावनात्मक मिलन के क्षण में गले मिल रही थीं। उन्होंने बताया कि कमरे में और भी कई लोग मौजूद थे, लेकिन वीडियो को काट-छांट कर इस प्रकार से पेश किया गया कि लोगों को गलतफहमी हो।
भगवा पर कलंक, अग्नि परीक्षा को तैयार"
साध्वी प्रेम बाईसा ने कहा –“यह केवल मेरे चरित्र को नहीं, बल्कि भगवा वस्त्र की गरिमा को भी ठेस पहुंचाने का प्रयास है। मैं संत समाज से आग्रह करती हूं कि वह अग्नि परीक्षा की तिथि और समय तय करें। मैं हर प्रकार की जांच और परीक्षण को तैयार हूं ताकि सच्चाई सामने आ सके।”
पहले भी दर्ज हुआ था केस
बोरानाडा पुलिस के अनुसार, 2022 में भी साध्वी द्वारा जोगिंदर और अन्य के खिलाफ ब्लैकमेलिंग की रिपोर्ट दर्ज करवाई गई थी। उस केस में गिरफ्तारी और चालान की कार्रवाई पूरी की जा चुकी है। अब साध्वी ने जोगिंदर, उसकी पत्नी और रमेश के खिलाफ नई रिपोर्ट दी है, जिस पर पुलिस ने फिर से मामला दर्ज किया है।
आश्रम और कथा वाचन से जुड़ी हैं साध्वी
गौरतलब है कि साध्वी प्रेम बाईसा और उनके पिता दोनों कथा वाचक हैं और जोधपुर स्थित एक आश्रम से जुड़े हुए हैं। दो दिन पहले ही आश्रम का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसके बाद से मामला सुर्खियों में आ गया।
चरित्र नहीं, संबंधों की मर्यादा दांव पर
साध्वी प्रेम बाईसा की ओर से दर्ज की गई शिकायत और उनका भावनात्मक बयान यह बताता है कि यह सिर्फ एक वीडियो विवाद नहीं है, बल्कि समाज में रिश्तों की गरिमा और साधु-संतों की प्रतिष्ठा को लेकर एक संवेदनशील मामला बन चुका है।
अब देखना यह होगा कि पुलिस जांच के बाद सचाई क्या सामने आती है और क्या साध्वी द्वारा मांगी गई अग्नि परीक्षा वास्तव में कोई रूप लेती है या नहीं।














