
राजस्थान के जालौर जिले के सांचौर क्षेत्र में एक महिला ने बेहद भयावह अनुभव साझा करते हुए अपने ससुर पर पांच वर्षों तक यौन शोषण, धमकियों और मानसिक प्रताड़ना का गंभीर आरोप लगाया है। महिला ने बताया कि उसके बेटे की जान को खतरा और ब्लैकमेलिंग के चलते वह चुप रही, लेकिन अब उसने वीडियो जारी कर न्याय की मांग की है, क्योंकि ढाई महीने बाद भी आरोपी फरार है। पीड़िता के अनुसार, 2015 में उसकी शादी हुई थी और 2017 में उसने बेटे को जन्म दिया। शुरुआती वर्षों में परिवारिक जीवन सामान्य रहा, लेकिन 2020 में कोविड महामारी के दौरान हालात बिगड़ने लगे। पति नरेंद्र ने उससे दूरी बनानी शुरू कर दी और उसके चरित्र पर संदेह जताने लगा। इसी दौरान, महिला के अनुसार, ससुर जयकिशन ने पहली बार रात में उसके कमरे में घुसकर दुष्कर्म किया। विरोध करने पर उसने धमकी दी कि अगर किसी को बताया तो बेटे को जान से मार देगा और अश्लील वीडियो वायरल कर देगा। डर और सामाजिक अपमान की आशंका में महिला चुप रही।
पति ने दिया तिरस्कार भरा जवाब
पीड़िता बताती है कि जब उसने अपने पति को हिम्मत कर ससुर की करतूत बताई, तो पति ने न केवल समर्थन नहीं दिया, बल्कि उल्टा जवाब दिया — "अगर इस घर में रहना है, तो सब कुछ सहना पड़ेगा।" यहां तक कि जब महिला पति के साथ मुंबई गई, तब भी ससुर ने पीछा नहीं छोड़ा और वहां भी उसके साथ दुष्कर्म किया। इस पूरे दौरान महिला अपने बच्चे की सुरक्षा के लिए चुप्पी साधे रही।
सास ने भी छीना सहारा, बढ़ाई पीड़ा
जब 15 मई 2025 को महिला ने साहस जुटाकर अपनी सास को पूरी बात बताई, तो उसने भी उम्मीद के विपरीत उसे ताने मारे, गालियां दीं और गहने छीन लिए। इस घटना से टूट चुकी पीड़िता ने अपने भाई को बुलाया, जिसने पुलिस हेल्पलाइन पर संपर्क किया। सांकड़ पुलिस चौकी की टीम महिला को ससुराल से निकालकर मायके भेज ले गई और मेडिकल जांच शुरू की।
पुलिस कार्यवाही में सुस्ती और राजनीतिक दबाव का आरोप
महिला ने उसी दिन सांचौर थाने में शिकायत दर्ज करवाई, लेकिन थानाधिकारी ने मामला दर्ज करने से इंकार कर दिया। बाद में मामला जालौर के पुलिस अधीक्षक तक पहुंचा, जिसके बाद केस दर्ज किया गया। केस में BNS की धारा 85, 115(2), और 64(2)(m) के अंतर्गत कार्रवाई की गई। हालांकि, करीब ढाई महीने बीत जाने के बावजूद न तो ससुर गिरफ्तार हुआ और न ही अन्य आरोपी। महिला का आरोप है कि ससुर और देवर के समधी कांग्रेस पार्टी से जुड़े हुए हैं, जिससे पुलिस पर राजनीतिक दबाव है और प्रभावी कार्रवाई नहीं की जा रही।
वीडियो के माध्यम से न्याय की गुहार
अब, पीड़िता ने वीडियो जारी कर समाज और प्रशासन से न्याय की अपील की है। उसने कहा है कि "मैं इंसाफ चाहती हूं, ताकि कोई और महिला ऐसी दरिंदगी की शिकार न बने।"














