
अलवर: प्रदेश और जिले में बढ़ते सड़क हादसों और उनमें हो रही मौतों को रोकने के लिए अब अलवर पुलिस ने आधुनिक तकनीक का सहारा लेना शुरू कर दिया है। जिले के प्रमुख दस स्थानों पर एएनपीआर (ANPR) कैमरे लगाए जाएंगे, जो ओवरस्पीडिंग, फर्जी या बिना नंबर प्लेट के वाहनों, हेलमेट और सीट बेल्ट न लगाने, तथा मोटर व्हीकल एक्ट का उल्लंघन करने वालों को कैद करेंगे। इस तकनीक के जरिए तुरंत कार्रवाई करना संभव होगी। मंगलवार से शुरू हुए इस अभियान के पहले दिन लगभग 350 चालान जारी किए गए।
पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने बताया कि 'मिशन सेफ राइड' का मुख्य उद्देश्य जिले में सड़क पर सुरक्षित माहौल सुनिश्चित करना है। इसके तहत स्कूल और कॉलेजों में जागरूकता शिविर भी लगाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि अभियान में मोटर व्हीकल एक्ट का उल्लंघन करने पर त्वरित कार्रवाई की जाएगी। इसमें शराब पीकर वाहन चलाना, ओवरलोडिंग, ओवरस्पीड, हेलमेट और सीट बेल्ट न पहनना, गलत दिशा में वाहन चलाना, नो पार्किंग क्षेत्र में गाड़ी खड़ा करना और अन्य सड़क सुरक्षा नियमों का उल्लंघन शामिल हैं।
दुर्घटना-संभावित स्थानों पर निगरानी:
पुलिस अधीक्षक ने उल्लेख किया कि हाल ही में छठी मील के पास सड़क हादसे में एक ही परिवार के चार लोगों की मौत हुई थी, जिसका मुख्य कारण बाइक पर दो से अधिक सवारियां और हेलमेट न पहनना था। ऐसे हादसों पर अंकुश लगाने के लिए जिले के 10 संवेदनशील स्थलों पर एएनपीआर कैमरे लगाए जाएंगे। ये कैमरे नियम उल्लंघन करने वाले वाहनों की गतिविधियों को स्वचालित रूप से रिकॉर्ड कर नियंत्रण कक्ष तक भेजेंगे। नियम तोड़ने वाले वाहन चालकों पर चालान और अन्य कठोर कार्रवाई की जाएगी।
कैमरों की संभावित जगहें:
अलवर-भिवाड़ी मार्ग: गाजूका पुलिया, छठी मील, किथूर
रामगढ़-दिल्ली रोड: मन्नाका मोड़, सूर्य नगर मोड़, बख्तल चौकी, लोहिया का तिबारा
अलवर-मालाखेड़ा मार्ग: सामोला चौराहा, भूगोर तिराहा, हनुमान सर्किल
अलवर शहर में 6 नई ट्रैफिक लाइटें














