
झालावाड़ के भवानी मंडी में रविवार देर रात कोटा एसीबी की स्पेशल यूनिट ने एक बड़ी भ्रष्टाचार विरोधी कार्रवाई को अंजाम दिया। इस ऑपरेशन में एसीबी ने केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो (CBN) से जुड़े 3 लाख रुपये की रिश्वत मांगने के मामले का खुलासा किया है। कार्रवाई के दौरान ब्यूरो के दलाल को रंगे हाथों पकड़ लिया गया, जबकि रिश्वत में लिप्त इंस्पेक्टर मौके का फायदा उठाकर भागने में सफल हो गया। एसीबी की टीम ने मौके से एक लाख रुपये की राशि बरामद की है, जिसमें नकली नोट भी शामिल थे।
रिश्वत की मांग से शुरू हुई कार्रवाई
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के महानिदेशक गोविंद गुप्ता के अनुसार, परिवादी ने एसीबी कोटा कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई थी कि भवानी मंडी में तैनात CBN इंस्पेक्टर हितेश कुमार और उसका सहयोगी 7 नवंबर को उसके पिता को घर से उठा ले गए थे। परिजनों को धमकाया गया कि उन पर अवैध गांजा रखने के झूठे मामले में कार्रवाई की जाएगी। इसके बदले में परिवार से 3 लाख रुपये की रिश्वत मांगी जा रही थी।
शिकायत के सत्यापन के बाद एसीबी को यह बात पुख्ता मिली कि आरोपियों में से एक दलाल अकरम हुसैन रिश्वत की रकम वसूलने में लगा हुआ है। इसके बाद एसीबी टीम ने पूरी योजना तैयार की और फर्जी नोटों के साथ ट्रैप बिछाया।
एसीबी का जाल और भागता हुआ इंस्पेक्टर
एएसपी मुकुल शर्मा ने बताया कि जब परिवादी ने अकरम हुसैन को रिश्वत की रकम दी, तो एसीबी टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उसे पकड़ लिया। हालांकि, जब टीम ने इंस्पेक्टर हितेश कुमार को गिरफ्तार करने की कोशिश की, तो वह अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गया।
भागते वक्त उसके हाथ से मोबाइल फोन और कुछ नकदी गिर गई। जांच में पता चला कि गिरी हुई रकम में 20 हजार रुपये असली और 80 हजार रुपये नकली थे। जबकि आरोपी इंस्पेक्टर करीब 2 लाख रुपये लेकर भागने में कामयाब हुआ, जिनमें अधिकांश डमी नोट थे।
परिजनों के पास नहीं थे पैसे, एसीबी ने किए नकली नोटों का इंतजाम
मुकुल शर्मा ने आगे बताया कि परिवादी परिवार के पास इतनी बड़ी रकम नहीं थी। उन्होंने एसीबी को बताया कि अगर उनके पास 3 लाख रुपये होते, तो वे पहले ही अपने पिता को छुड़ा लेते। ऐसे में एसीबी ने उन्हें 2.7 लाख रुपये के नकली नोट दिए और 30 हजार रुपये असली रकम के साथ ट्रैप प्लान को अंजाम दिया गया।
रिश्वत लेने की पुष्टि के बाद एसीबी ने मौके पर दबिश दी, जिसमें दलाल को गिरफ्तार कर लिया गया जबकि इंस्पेक्टर अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकला। फिलहाल, एसीबी इंस्पेक्टर हितेश कुमार की तलाश में जगह-जगह दबिश दे रही है।
जांच जारी, जल्द खुल सकते हैं और नाम
एसीबी सूत्रों के अनुसार, फरार इंस्पेक्टर के अन्य संपर्कों की जांच की जा रही है। साथ ही, यह भी पता लगाया जा रहा है कि क्या इस पूरे रैकेट में और अधिकारी शामिल हैं। एसीबी की टीमों ने भवानी मंडी स्थित CBN कार्यालय और इंस्पेक्टर के ठिकानों पर तलाशी अभियान भी शुरू कर दिया है।














