
114 साल के मैराथन धावक हम सबके प्यारे फौजा सिंह की सोमवार को मौत हो गई। उन्हें एक गाड़ी ने टहलते वक्त टक्कर मार दी थी, जिसके बाद इलाज के दौरान उनकी जान चली गई। अब इस हिट-एंड-रन केस में पंजाब पुलिस ने आरोपी को आखिरकार गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपी को मंगलवार की देर रात पकड़ा। आरोपी की पहचान 32 साल के अमृतपाल के रूप में हुई है, जो जालंधर की करतारपुर सब-तहसील के दासूपुर गांव का रहने वाला है।
आरोप है कि अमृतपाल ही घटना के वक्त वो फॉर्च्यूनर गाड़ी तेज रफ्तार से चला रहा था, जिसने फौजा सिंह को टक्कर मारी थी। घटना के बाद अमृतपाल अपनी गाड़ी समेत मौके से फरार हो गया था। वहीं अस्पताल ले जाने पर इलाज के दौरान फौजा सिंह की मौत हो गई थी। आरोपी अमृतपाल पर लापरवाही से गाड़ी चलाने और गैर-इरादतन हत्या के मामले में FIR दर्ज की गई है।
आरोपी अमृतपाल को किया गिरफ्तार
फौजा सिंह को टक्कर मारने के बाद अमृतपाल मौके से गाड़ी लेकर फरार हो गया था, जिसे अब पंजाब पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने घटना के 30 घंटे बाद आरोपी को उसके घर से गिरफ्तार किया। अब पुलिस उससे पूछताछ कर रही है और मामले में आगे की कार्रवाई में जुट गई है। जालंधर के एक पुलिस अधिकारी ने बताया था कि फौजा सिंह ब्यास गांव में टहलने के लिए निकले थे। तभी एक वाहन ने उन्हें टक्कर मार दी, जिससे उनके सिर में चोटें आईं और सोमवार शाम को उनकी मौत हो गई।
दुनिया के सबसे उम्रदराज एथलीट
फौजा सिंह दुनिया के सबसे उम्रदराज एथलीट थे, जो इतनी उम्र होने के बावजूद अपनी फुर्ती और जिंदादिली के लिए जाने जाते थे। वह कई मैराथन में शामिल हो चुके थे। उन्होंने 89 साल की उम्र में मैराथन दौड़ना शुरू किया था। वह लंदन, न्यूयार्क और हांगकांग जैसे मशहूर मैराथन तक में हिस्सा ले चुके थे। यहां तक कि दिवंगत रानी एलिजाबेथ द्वितीय ने भी 2012 के लंदन ओलंपिक में उन्हें सम्मानित किया था। क्या कमाल के इंसान थे!
उनकी मौत के बाद कई लोगों ने दुख जाहिर किया था। उनकी जीवनी ‘द टर्बन्ड टॉरनेडो’ लिखने वाले पंजाब के पूर्व राज्य सूचना आयुक्त खुशवंत सिंह फौजा सिंह की मौत की खबर सुनकर टूट गए थे। खुशवंत सिंह ने अपने एक्स पर लिखा, “मेरा टर्बन्ड टॉरनेडो अब नहीं रहा। मेरे प्यारे फौजा, आपकी आत्मा को शांति मिले।”














