देश की सबसे एडवांस ट्रेन वंदे भारत अब जम्मू-कश्मीर की हसीन वादियों तक पहुंच गई है। श्रीनगर से कटरा तक सिर्फ 3 घंटे में 700 रुपये के किराए में सफर करने वाली यह ट्रेन अब श्रद्धालुओं और पर्यटकों के बीच नई टूरिस्ट डेस्टिनेशन बन गई है। चिनाब ब्रिज जैसे अद्भुत इंजीनियरिंग चमत्कार से होकर गुजरने का रोमांच इस सफर को यादगार बना रहा है।
वंदे भारत से आसान हुआ कटरा-श्रीनगर सफर
श्रीनगर और कटरा के बीच वंदे भारत ट्रेन ने पहले 10 घंटे में तय होने वाले सफर को अब सिर्फ 3 घंटे में मुमकिन बना दिया है। शनिवार सुबह 8:10 बजे कटरा से रवाना होकर यह ट्रेन 11:02 बजे श्रीनगर पहुंची। ट्रेन का किराया चेयरकार के लिए 715 रुपये और एक्जीक्यूटिव क्लास के लिए 1320 रुपये रखा गया है।
ट्रेन बनी टूरिस्ट डेस्टिनेशन
इस ऐतिहासिक सफर के दौरान श्रद्धालु और सैलानी दोनों ही काफी उत्साहित दिखे। कुछ मुसाफिरों ने ट्रेन में जन्मदिन मनाया तो कुछ ने चिनाब ब्रिज पर भारत माता की जय के नारे लगाए। ट्रेन में सफर करते हुए कश्मीर की खूबसूरत वादियों को देखना लोगों के लिए किसी स्वप्नलोक जैसा अनुभव बन गया।
हफ्ते में 6 दिन चलेगी ट्रेन, खास रूट तय
वंदे भारत एक्सप्रेस फिलहाल सप्ताह में 6 दिन चलेगी। एक ट्रेन सुबह 8:10 बजे कटरा से चलेगी और 11:10 बजे श्रीनगर पहुंचेगी, वहीं दूसरी ट्रेन दोपहर 2:55 बजे रवाना होगी और 6 बजे श्रीनगर पहुंचेगी। वापसी में भी इन्हीं समयों का पालन होगा। मंगलवार और बुधवार को क्रमशः ये ट्रेनें नहीं चलेंगी।
सर्दियों में भी बेअसर रहेगा बर्फबारी का असर
बर्फबारी के मौसम में जब नेशनल हाईवे-44 बंद हो जाता है, तब भी यह ट्रेन सेवा कश्मीर घाटी को देश के अन्य हिस्सों से जोड़कर रखेगी। वंदे भारत के संचालन से टूरिज्म में जबरदस्त बढ़ोतरी की उम्मीद जताई जा रही है, खासकर माता वैष्णो देवी दर्शन को जाने वाले यात्रियों और कश्मीर घूमने आए पर्यटकों को इससे राहत मिलेगी।
हाइटेक सुविधाओं से लैस ट्रेन
यह ट्रेन अत्याधुनिक तकनीक से लैस है। माइनस तापमान में भी यात्रियों को गर्म पानी और आरामदायक सफर देने के लिए सिलिकॉन हीटिंग पैड, हीटर और बायो वैक्यूम टॉयलेट्स जैसे विशेष फीचर्स दिए गए हैं। चार्जिंग पॉइंट, 360 डिग्री घूमने वाली सीटें और हवाई जहाज जैसे आरामदायक इंटीरियर ने इसे खास बना दिया है।
नागरिकों की प्रतिक्रिया
श्रीनगर रेलवे स्टेशन पर यात्री महेश कुमार ने बताया, “अब कन्याकुमारी से कश्मीर तक वंदे भारत से सफर करना संभव हो गया है। इससे टूरिज्म बहुत बढ़ेगा।” एक अन्य यात्री नीतू कपूर ने कहा कि, “अब समय और ऊर्जा दोनों की बचत हो रही है, जो पहले सड़क मार्ग से संभव नहीं था।”