
गुजरात के कांडला से मुंबई जा रहे स्पाइसजेट के Q400 विमान के साथ शुक्रवार को एक डरावना हादसा हुआ। विमान के उड़ान भरते ही एक बाहरी पहिया टूटकर नीचे गिर गया, जिसमें सौभाग्य से कोई हताहत नहीं हुआ। फ्लाइट में कुल 75 यात्री सवार थे। घटना की जानकारी कांडला एटीसी ने तुरंत मुंबई एयरपोर्ट को दी, जिसके बाद मुंबई एयरपोर्ट पर इमरजेंसी की घोषणा कर दी गई। शाम लगभग चार बजे विमान ने मुंबई में सुरक्षित लैंडिंग की।
पायलट की सूझबूझ ने टाला बड़ा हादसा
जब पहिया जमीन पर गिरा, तब पायलट ने तुरंत स्थिति को संभाला और विमान को मुंबई के रनवे पर सुरक्षित लैंड कर दिया। एयरपोर्ट पर शाम पांच बजे तक इमरजेंसी स्थिति जारी रही, ताकि विमान और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। स्पाइसजेट के प्रवक्ता ने बताया, “12 सितंबर को, कांडला से मुंबई जा रहे Q400 विमान का एक बाहरी पहिया उड़ान भरते ही रनवे पर गिरा। विमान ने अपनी यात्रा जारी रखी और सुरक्षित रूप से मुंबई में उतर गया। लैंडिंग के बाद सभी यात्री सामान्य रूप से विमान से उतरे।”
एटीसी ने दी जानकारी, पहिया सुरक्षित किया गया
एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अधिकारी के अनुसार, “कांडला एटीसी ने उड़ान के दौरान कुछ गिरते हुए देखा और तुरंत पायलट को इसकी जानकारी दी। एटीसी टीम ने मौके पर पहुंचकर मेटल के छल्ले और पहिए को सुरक्षित किया।” जमीन पर गिरा हुआ पहिया हरी घास पर पड़ा हुआ दिखाई दिया, जबकि धातु के टुकड़े को संभवतः एटीसी के किसी कर्मी ने हाथों से संभाल लिया।
पूर्व में भी सामने आए तकनीकी हादसे
इससे पहले, एअर इंडिया के दिल्ली से सिंगापुर जाने वाले विमान में तकनीकी समस्या के कारण यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा था। इस उड़ान में 200 से अधिक यात्री सवार थे। केबिन में तापमान नियंत्रण की समस्या के कारण यात्रियों को विमान से उतारकर करीब छह घंटे देरी के बाद उड़ान भरी गई थी। यह घटना दर्शाती है कि हवाई यात्रा में तकनीकी कठिनाइयाँ कभी-कभी गंभीर स्थिति उत्पन्न कर सकती हैं, लेकिन प्रशिक्षित पायलट और एयरपोर्ट स्टाफ की तत्परता बड़ी दुर्घटना को टाल सकती है।














