
गुजरात के केवडिया में राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को देश के प्रथम गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ पर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर उन्होंने राष्ट्रीय एकता परेड की सलामी ली और अपने संबोधन में जहां पटेल के योगदान को याद किया, वहीं कांग्रेस पार्टी पर तीखा प्रहार भी किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा एक परिवार को केंद्र में रखकर राजनीति की, और बाकी राष्ट्रीय नायकों को हाशिये पर डाल दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने सरदार पटेल, डॉ. भीमराव आंबेडकर, नेताजी सुभाष चंद्र बोस और डॉ. राममनोहर लोहिया जैसे महान नेताओं के साथ अन्याय किया।
“कांग्रेस ने बनाया राजनीतिक छुआछूत का कल्चर”
प्रधानमंत्री ने कहा, “कांग्रेस की विचारधारा ने देश में राजनीतिक छुआछूत की संस्कृति को जन्म दिया। जो भी उनकी सोच से अलग था, उसे नजरअंदाज और अपमानित किया गया। सरदार पटेल के योगदान को भुलाया गया, बाबा साहब आंबेडकर की उपेक्षा की गई, नेताजी और जयप्रकाश नारायण जैसे क्रांतिकारियों को भी उचित सम्मान नहीं मिला।”
उन्होंने आगे कहा कि आरएसएस जैसे संगठनों पर भी लगातार झूठे आरोप लगाकर उन्हें कमजोर करने की साजिश रची गई। “एक परिवार और एक पार्टी से बाहर हर विचार और व्यक्ति को ‘अछूत’ बना दिया गया,” प्रधानमंत्री ने कहा।
“हमने खत्म की राजनीति में भेदभाव की दीवार”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने राजनीति में सम्मान और समरसता की भावना को फिर से जीवित किया है। उन्होंने कहा, “हमारी सरकार ने उस भेदभाव को मिटाने का काम किया, जो दशकों से भारतीय राजनीति में जड़ जमा चुका था। हमने सरदार पटेल की स्मृति में ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ बनवाई। बाबा साहब आंबेडकर के पंचतीर्थ का निर्माण कराया और दिल्ली में स्थित उनके घर को भव्य स्मारक का रूप दिया।”
उन्होंने यह भी कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकारों के समय केवल एक ही पूर्व प्रधानमंत्री के नाम पर म्यूजियम था, जबकि अब ‘प्रधानमंत्री संग्रहालय’ में देश के सभी प्रधानमंत्रियों के योगदान को सम्मानित किया गया है।
“हमने सभी विचारधाराओं के नेताओं को दिया सम्मान”
प्रधानमंत्री मोदी ने गर्व के साथ कहा कि उनकी सरकार ने राजनीतिक मतभेदों से ऊपर उठकर राष्ट्रीय एकता को प्राथमिकता दी है। उन्होंने बताया, “हमने जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिया, जिन्होंने समाज के वंचित वर्गों के लिए जीवन समर्पित किया। प्रणब मुखर्जी जी, जिन्होंने पूरी जिंदगी कांग्रेस को दी, उन्हें भी भारत रत्न से सम्मानित किया। यहां तक कि विरोधी विचारों वाले नेता मुलायम सिंह यादव को भी पद्म पुरस्कार दिया गया।”
उन्होंने आगे कहा कि इन सभी फैसलों के पीछे यही सोच रही कि देश के लिए एकजुटता की भावना को मजबूत किया जाए। “हमारा प्रयास रहा है कि राजनीति नहीं, राष्ट्र सर्वोपरि हो,” उन्होंने कहा।
प्रधानमंत्री ने यह भी उल्लेख किया कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद विदेशों में भेजे गए सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में भी यही एकता झलकती है — “यह दिखाता है कि जब राष्ट्र की बात आती है, तो हम सब एक हैं।”














