
गुजरात की राजधानी गांधीनगर के बहियल गांव में बुधवार (24 सितंबर) की रात को बड़ा बवाल खड़ा हो गया। सोशल मीडिया पर ‘I Love Mohammed’ और ‘I Love Mahadev’ स्टेटस को लेकर शुरू हुआ विवाद हिंसा का रूप ले बैठा। गरबा पंडाल के पास पथराव हुआ, कई दुकानों में तोड़फोड़ की गई और इलाके में तनाव फैल गया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अब तक 60 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है।
विवाद की वजह बना सोशल मीडिया पोस्ट
गांधीनगर के एसपी के अनुसार, इस पूरे घटनाक्रम की जड़ एक व्हॉट्सऐप स्टेटस है। जानकारी के मुताबिक, स्थानीय निवासी एसके पटेल ने अपने स्टेटस में लिखा था कि "सभी लोग 'I Love Mahadev' लगाएं, क्योंकि मुस्लिम समाज 'I Love Mohammed' का स्टेटस डाल रहा है।" इसी बात ने दोनों समुदायों के बीच खींचतान को भड़का दिया। सोशल मीडिया पर हुई बहस धीरे-धीरे आक्रोश में बदल गई और फिर हिंसा का रूप ले ली।
पत्थरबाजी और आगजनी से बिगड़ा माहौल
रिपोर्ट्स के अनुसार, मुस्लिम समुदाय के कुछ लोग इस स्टेटस से आहत होकर बड़ी संख्या में जमा हुए और हिंदू बहुल इलाके की ओर बढ़े। वहां दुकानों का सामान बाहर निकालकर आग लगा दी गई। इसके बाद जमकर पथराव किया गया। जवाब में हिंदू समाज के लोग भी सड़कों पर उतरे और दोनों तरफ से पथराव शुरू हो गया। इस अचानक भड़की हिंसा ने पूरे गांव का माहौल बिगाड़ दिया।
पुलिस ने लिया मोर्चा, 60 गिरफ्तार
घटना की जानकारी मिलते ही भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा और दोनों समुदायों को अलग किया गया। पुलिस ने अब तक 60 से ज्यादा लोगों को पकड़ा है, जबकि 30 अन्य संदिग्धों की पहचान की जा चुकी है। हिरासत में लिए गए आरोपियों से पूछताछ जारी है। इसके अलावा 20 और लोगों के नाम सामने आए हैं, जिन पर जल्द कार्रवाई होगी।
गांव छावनी में तब्दील, बिजली कटने की आशंका
हिंसा के बाद बहियल गांव को पुलिस छावनी में बदल दिया गया है। हर गली-चौराहे पर पुलिस तैनात है और हालात फिलहाल नियंत्रण में हैं। स्थानीय लोगों का दावा है कि घटना की रात जानबूझकर गांव की बिजली काटी गई थी, जिससे अंधेरे का फायदा उठाकर हिंसा फैलाई जा सके। हालांकि पुलिस ने इस दावे की पुष्टि नहीं की है, लेकिन बिजली विभाग की टीम खराबी दूर करने में जुटी है।
पहले भी था तनाव का माहौल
गांववालों का कहना है कि कुछ दिन पहले भी इसी तरह की घटना होते-होते बची थी। उनका मानना है कि बुधवार की रात हुई हिंसा अचानक भड़की नहीं, बल्कि सुनियोजित तरीके से अंजाम दी गई। हालांकि पुलिस अभी तक यही मान रही है कि यह विवाद सोशल मीडिया पोस्ट से शुरू हुआ और उसी ने माहौल को बिगाड़ा।














