
गुजरात के आणंद जिले में विश्व प्रसिद्ध अमूल डेयरी के बायोगैस प्लांट में शुक्रवार दोपहर अचानक एक जोरदार विस्फोट हुआ, जिससे वहां काम कर रहे सात कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के समय अमूल नियामक मंडल के चुनावी मतगणना खत्म होने के बाद जीत का जश्न मनाया जा रहा था, लेकिन इसी बीच प्लांट के पास चल रहे वेल्डिंग के काम के दौरान गैस की लाइन से जुड़े गुब्बारे में धमाका हो गया, जिससे वहां मौजूद कर्मचारी आग की चपेट में आ गए। यह हादसा इलाके में आतंकित कर देने वाला था और आसपास के लोग डर के साये में आ गए।
घायलों को तुरंत इलाज के लिए निकटतम श्री कृष्ण अस्पताल, करमसद में भर्ती कराया गया है जहां उनकी हालत फिलहाल स्थिर बताई जा रही है। इस हादसे में घायल हुए कर्मचारियों में अशोकभाई परमार, कमलेशभाई परमार, हर्ष हरीशभाई, शैलेश परमार, योगेशभाई मालजीभाई वाघेला, जयेशभाई वाघेला और राहुल कमलेशभाई शर्मा शामिल हैं। सभी घायलों को प्राथमिक चिकित्सा के साथ साथ बेहतर उपचार मुहैया कराने के प्रयास किए जा रहे हैं।
विस्फोट की खबर मिलते ही अमूल डेयरी के चेयरमैन विपुलभाई पटेल और वाइस चेयरमैन कांतिभाई सोढा परमार भी अस्पताल पहुंच गए और घायल कर्मचारियों का हालचाल जाना। हालांकि अमूल प्रशासन की ओर से इस पूरे मामले पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है और मीडिया को प्लांट में घुसने की अनुमति नहीं दी गई है, जिससे कई सवाल अनुत्तरित बने हुए हैं।
प्रांतीय अधिकारी डॉ. मयूरभाई परमार ने बताया कि यह हादसा बायोगैस प्लांट में गैस रिसाव के कारण हुआ है। उन्होंने कहा कि फिलहाल प्राथमिकता घायल कर्मचारियों को बेहतर इलाज देना है और अमूल टीम के साथ मिलकर इस घटना की गहराई से जांच की जाएगी। इस हादसे ने बड़े और प्रतिष्ठित संस्थान में सुरक्षा मानकों को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं और आसपास के लोगों में सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है। सभी लोग जांच के नतीजों का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
यह हादसा न सिर्फ अमूल के लिए बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए चिंताजनक साबित हुआ है क्योंकि इससे साफ होता है कि सुरक्षा व्यवस्था में कहीं न कहीं कमजोरी रह गई है। ऐसे में प्रशासन और कंपनी दोनों के लिए यह जरूरी है कि वे तत्काल प्रभाव से सुरक्षा उपायों को कड़ा करें ताकि भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाओं से बचा जा सके और कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।














