
गुजरात के वडोदरा ज़िले में बुधवार को एक बड़ा हादसा हुआ, जब आनंद से वडोदरा को जोड़ने वाला गम्भीरा ब्रिज का एक हिस्सा अचानक ढह गया। इस दर्दनाक घटना में अब तक कम से कम 9 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कई अन्य घायल हैं। इस हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा शोक जताया है और पीड़ित परिवारों के लिए राहत राशि की घोषणा की है।
प्रधानमंत्री का संवेदना संदेश और सहायता पैकेज
प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा जारी आधिकारिक बयान में पीएम मोदी ने कहा, “गुजरात के वडोदरा ज़िले में पुल ढहने से हुई जनहानि अत्यंत दुखद है। जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।”
प्रधानमंत्री ने मृतकों के परिजनों को ₹2 लाख की आर्थिक सहायता और घायलों को ₹50,000 की राहत राशि प्रदान करने का ऐलान किया है। यह सहायता राशि प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (PMNRF) से दी जाएगी।
गम्भीरा ब्रिज हादसा: अब तक 9 की मौत की पुष्टि
प्राप्त जानकारी के अनुसार, वडोदरा और आनंद को जोड़ने वाला यह ब्रिज मंगलवार देर रात अचानक ध्वस्त हो गया। ब्रिज के नीचे से कई वाहन गुजर रहे थे, जिनमें से कुछ गाड़ियाँ मलबे में दब गईं। अब तक 9 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि कई अन्य घायल हैं और अस्पताल में भर्ती हैं। राहत एवं बचाव कार्य जारी है।
स्थानीय प्रशासन और NDRF टीम सक्रिय
हादसे के तुरंत बाद स्थानीय प्रशासन ने बचाव कार्य शुरू कर दिया था। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की टीम भी मौके पर पहुंच चुकी है और मलबा हटाने का काम जारी है। आशंका है कि कुछ लोग अब भी मलबे में फंसे हो सकते हैं।
गम्भीरा ब्रिज हादसे ने एक बार फिर से बुनियादी ढांचे की सुरक्षा और रखरखाव पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रधानमंत्री द्वारा घोषित राहत भले ही ज़ख्मों पर मरहम का काम करे, लेकिन ज़रूरत अब दीर्घकालिक समाधान और जवाबदेही तय करने की है, ताकि भविष्य में इस तरह की त्रासदियाँ दोबारा न हों।














