
देश के कई हिस्सों में मानसून ने आखिरकार रफ्तार पकड़ ली है और इसके साथ ही भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने छह राज्यों में मूसलाधार बारिश की चेतावनी जारी करते हुए रेड अलर्ट घोषित किया है। ये बारिश न केवल भीषण गर्मी से राहत देने वाली है, बल्कि इसके साथ आने वाले संभावित खतरों जैसे जलभराव, बाढ़ और भूस्खलन को लेकर चिंता भी बढ़ गई है।
रेड अलर्ट वाले राज्य और संभावित खतरे
IMD के अनुसार असम, मेघालय, झारखंड, महाराष्ट्र, गुजरात और कर्नाटक में अत्यधिक भारी वर्षा की संभावना है। इन राज्यों में अगले 24 से 48 घंटों के दौरान तेज हवाओं के साथ मूसलाधार बारिश हो सकती है। महाराष्ट्र के मुंबई, पुणे, सतारा और रायगढ़ जैसे जिलों में विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है, जहां रेड अलर्ट जारी किया गया है। गुजरात के तटीय इलाकों, विशेषकर भावनगर, में भी जलभराव और बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होने की आशंका है।
Weather Warning for 18th June 2025#odisharains #jharkhandrains #westbengalrains #assamrains #meghalayarains #SevereWeather #StormAlert #June2025 #StaySafe #WeatherUpdate #EmergencyPreparedness #ClimateAlert #WeatherForecast #SafetyFirst @moesgoi @ndmaindia @DDNational… pic.twitter.com/NQZ8fdrqbu
— India Meteorological Department (@Indiametdept) June 17, 2025
मानसून की स्थिति और विस्तार
मौसम विभाग के ताजा अपडेट के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मानसून ने अब गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, झारखंड और बिहार में प्रवेश कर लिया है। गुजरात में मानसून लगभग 20 दिन की देरी के बाद तेजी से सक्रिय हुआ है और अब यह राजस्थान की सीमा तक पहुंच गया है। मध्य प्रदेश के लगभग 19 जिलों में मानसूनी बारिश शुरू हो चुकी है, जबकि छत्तीसगढ़ में अगले 48 घंटों में पूरे राज्य को मानसून कवर कर लेगा।
अन्य राज्यों में ऑरेंज और येलो अलर्ट
IMD ने उत्तर प्रदेश, बिहार, ओडिशा, कोंकण-गोवा, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा और केरल में भारी बारिश की संभावना को देखते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं दिल्ली-एनसीआर में हल्की से मध्यम बारिश और 50–60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है, जिसके चलते येलो अलर्ट लागू किया गया है। यह चेतावनी 20 जून तक प्रभावी रहेगी।
राजस्थान और उत्तराखंड में राहत की फुहारें
राजस्थान और उत्तराखंड में प्री-मानसून बारिश की शुरुआत हो चुकी है। इससे जहां तापमान में गिरावट दर्ज की गई है, वहीं किसानों को भी राहत मिलने की उम्मीद जगी है। इन दोनों राज्यों में मानसूनी गतिविधियों में अगले सप्ताह और इजाफा हो सकता है।
बारिश से उत्पन्न हुए संकट और घटनाएं
भारी बारिश के कारण देश के कई हिस्सों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। दिल्ली में भारी जलभराव के चलते कई प्रमुख सड़कों पर ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी रही। मंगलवार को दिल्ली एयरपोर्ट से 12 उड़ानों को अन्य शहरों की ओर डायवर्ट करना पड़ा। वहीं उत्तर प्रदेश में आकाशीय बिजली गिरने और बारिश से संबंधित अन्य घटनाओं में अब तक 22 लोगों की मौत की खबर है, जिससे राज्य प्रशासन अलर्ट मोड पर है।
मौसम विभाग की जनता से अपील
भारतीय मौसम विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि विशेष रूप से रेड और ऑरेंज अलर्ट वाले क्षेत्रों में बिना जरूरत घर से बाहर न निकलें। साथ ही नदियों, तालाबों और पहाड़ी क्षेत्रों में जाने से बचें। बिजली गिरने के समय खुले स्थानों पर खड़े रहने से भी परहेज करें। लोगों से कहा गया है कि वे मौसम की अपडेट पर ध्यान दें और प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें।
मानसून की शुरुआत जहां राहत का संदेश लाई है, वहीं इसके साथ आई मौसमीय आपदाएं लोगों और प्रशासन के लिए चुनौती बनकर सामने आई हैं। आने वाले कुछ दिनों तक देश के कई हिस्सों में मूसलाधार बारिश जारी रहने की संभावना है, ऐसे में सतर्कता और संयम ही सबसे बड़ा उपाय है। मौसम की मार से बचने के लिए जागरूकता और तैयारी दोनों जरूरी हैं।














