
भारत के स्टार विकेटकीपर-बल्लेबाज़ ऋषभ पंत ने गुरुवार को लंबे इंतज़ार के बाद प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में शानदार वापसी की। यह मैच भारत ए और दक्षिण अफ्रीका ए के बीच बेंगलुरु के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस मैदान पर खेला गया, जहां पंत ने न केवल कप्तानी संभाली बल्कि अपने अंदाज़ से सबका ध्यान खींच लिया। लेकिन इस बार चर्चा उनकी बल्लेबाज़ी या फिटनेस की नहीं, बल्कि उनकी जर्सी की रही — पंत ने विराट कोहली की मशहूर नंबर 18 जर्सी पहनकर मैदान में उतरकर सभी को चौंका दिया।
विराट की विरासत से जुड़ी जर्सी
विराट कोहली का नंबर 18 भारतीय क्रिकेट में सिर्फ एक संख्या नहीं, बल्कि एक भावनात्मक प्रतीक माना जाता है। पिछले एक दशक में कोहली ने इसी नंबर की जर्सी में कई रिकॉर्ड बनाए और अपनी पहचान को इस नंबर के साथ स्थायी कर दिया। ऐसे में जब ऋषभ पंत उसी नंबर की जर्सी पहने नज़र आए, तो सोशल मीडिया पर तुरंत बहस छिड़ गई कि क्या पंत ने अपनी नंबर 17 जर्सी को बदल दिया है?
फैंस ने इसे कोहली की विरासत से जुड़ी भावनाओं के तौर पर देखा। कुछ लोगों ने कहा कि “यह कोहली को एक ट्रिब्यूट है,” जबकि कुछ का मानना था कि “नंबर 18 अब किसी और को नहीं दिया जाना चाहिए।”
चोट के बाद मैदान पर वापसी
28 वर्षीय ऋषभ पंत ने यह मैच लगभग तीन महीने की चोटिल अवस्था से उबरने के बाद खेला। इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट में पैर में चोट लगने के कारण वह एशिया कप और वेस्ट इंडीज के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज़ से बाहर हो गए थे। पंत ने नेशनल क्रिकेट अकादमी (NCA) में कोचों की देखरेख में लगातार ट्रेनिंग की और फिटनेस हासिल करने के बाद भारत ए की कप्तानी करते हुए शानदार वापसी की।
यह सीरीज़ उनके लिए आत्मविश्वास और लय वापस पाने का बेहतरीन मौका है, ताकि आने वाले महीने में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ में वह टीम इंडिया के लिए फिर से मजबूती से उतर सकें।
जर्सी पर उठे सवाल और BCCI का पक्ष
नंबर 18 जर्सी को लेकर विवाद इसलिए भी बढ़ा क्योंकि विराट कोहली के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद कई फैंस ने बीसीसीआई से इस नंबर को रिटायर करने की मांग की थी — जैसे सचिन तेंदुलकर की नंबर 10 और एमएस धोनी की नंबर 7 जर्सी को रिटायर किया गया है। लेकिन बोर्ड की तरफ से ऐसा कोई कदम नहीं उठाया गया।
दिलचस्प बात यह है कि पंत से पहले जून में तेज गेंदबाज मुकेश कुमार भी इंडिया ए के लिए नंबर 18 जर्सी पहन चुके हैं, जिस पर तब भी विवाद हुआ था। बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा था —
“इंडिया ए मैचों में जर्सी नंबर स्थायी नहीं होते, क्योंकि इन पर खिलाड़ियों के नाम नहीं लिखे जाते। खिलाड़ी अपनी पसंद का कोई भी उपलब्ध नंबर चुन सकता है। ये नियम केवल इंटरनेशनल मैचों पर लागू होता है।”
फैंस की भावनाएं और भविष्य की उम्मीदें
ऋषभ पंत की फिटनेस और उनकी बल्लेबाज़ी को लेकर टीम इंडिया प्रबंधन काफी उत्साहित है। उम्मीद की जा रही है कि वह नवंबर–दिसंबर में होने वाली सीनियर टीम की दक्षिण अफ्रीका सीरीज़ में ध्रुव जुरेल की जगह टीम में शामिल हो सकते हैं।
वहीं, उनकी नंबर 18 जर्सी वाली तस्वीरें अब सोशल मीडिया पर वायरल हैं — कोई उन्हें कोहली की परंपरा को आगे बढ़ाने वाला मान रहा है तो कोई इसे “क्रिकेटिंग इमोशन” कह रहा है।
कुल मिलाकर, ऋषभ पंत की यह वापसी केवल फिटनेस या प्रदर्शन की कहानी नहीं, बल्कि भारतीय क्रिकेट में एक भावनात्मक पल भी है — जब एक नई पीढ़ी के खिलाड़ी ने अपने आइकन की विरासत को पहनकर मैदान में कदम रखा।














