प्रधानमंत्री मोदी की मीटिंग के बाद भड़कीं ममता, कहा - बैठक में 10 राज्यों के CM, लेकिन बोले केवल PM
By: Pinki Thu, 20 May 2021 2:35:35
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना महामारी पर नियंत्रण को लेकर छत्तीसगढ़, हरियाणा, केरल, महाराष्ट्र, ओडिशा, पुडुचेरी, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और आंध्रप्रदेश के जिला अधिकारियों और जमीनी स्तर पर काम करने वाले अधिकारियों से संवाद किया। हालांकि इस बैठक में बंगाल से कोई भी अधिकारी मौजूद नहीं था। लेकिन बैठक में बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शामिल हुई।
बैठक के बाद की प्रेस वार्ता
बैठक संपन्न होने के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक प्रेस वार्ता कर केंद्र की मोदी सरकार और पीएम पर आरोपों की बारिश की। ममता ने कहा बैठक में 10 राज्यों के मुख्यमंत्री मौजूद थे, लेकिन किसी को बोलने नहीं दिया गया। ये अपमानजनक है।
उन्होंने दावा किया कि पीएम द्वारा आहूत बैठकों में राज्यों को बोलने नहीं दिया जाता। बनर्जी ने अपने समकक्ष मुख्यमंत्रियों से आह्वान किया कि उन्हें इसका विरोध करना चाहिए। मुख्यमंत्रियों को कठपुतलियां बनाकर रख दिया गया है, प्रधानमंत्री के साथ कोविड पर बैठक में उन्हें बोलने की इजाजत नहीं होती।
If states were not allowed to speak why were they called. All the Chief Ministers must protest for not being allowed to speak: West Bengal Chief Minister Mamata Banerjee on PM Modis interaction with DMs of 10 States today pic.twitter.com/ipdm72K0Dd
— ANI (@ANI) May 20, 2021
ममता ने कहा कि मुख्यमंत्रियों के साथ प्रधानमंत्री की कोविड पर बैठक पूरी तरह फ्लॉप और अपमानजनक रही।
टीएमसी सुप्रीमो ने दावा किया कि उन्हें वैक्सीन के संदर्भ में बोलना था लेकिन उनको बोलने का मौका नहीं दिया गया।
ममता ने कहा- पीएम कह रहे हैं कि कोरोना कम हो रहा है, लेकिन पहले भी ऐसा ही कहा गया। हम तीन करोड़ वैक्सीन की मांग रखने वाले थे लेकिन हमें कुछ नहीं कहने दिया गया। हमें इस माह 24 लाख वैक्सीन मिलनी थी लेकिन सिर्फ 13 लाख वैक्सीन ही मिली।
सीएम ने आरोप लगाया कि राज्य को रेमेडिसिविर भी नहीं दी गई और पीएम मोदी मुंह छिपा कर भाग गए।
ममता ने कहा कि जब देश संकट के दौर से गुजर रहा है तो पीएम बहुत सी सामान्य रुख इस्तेमाल कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने देश के संघीय ढांचे का नुकसान किया।
ममता ने कहा कि ऑक्सीजन, दवा, वैक्सीन कुछ भी मौजूद नहीं है।
उन्होंने कहा कि अगर केंद्र के फार्मूले पर चले तो इनके 10 साल इंतजार करना पड़ेगा।
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