भारत द्वारा किए गए हालिया हमलों में पाकिस्तान के अंदर छिपा कुख्यात आतंकी अब्दुल रऊफ अजहर मारा गया है। वह आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का वरिष्ठ कमांडर और सरगना मसूद अजहर का भाई था। अब्दुल रऊफ लम्बे समय से जैश की कमान संभाल रहा था और भारत के खिलाफ कई आतंकी हमलों की साजिशों में शामिल रहा है।
अब्दुल वही व्यक्ति है जिसकी संलिप्तता कंधार विमान अपहरण और मुंबई हमलों में भी सामने आई थी। उसका मारा जाना भारत के लिए एक बड़ी रणनीतिक सफलता है। अमेरिका ने भी इस कार्रवाई की सराहना की है। अमेरिकी शीर्ष राजनयिकों ने न केवल भारत को धन्यवाद कहा, बल्कि इस कदम को न्याय की दिशा में महत्वपूर्ण बताया।
डेनियल पर्ल की हत्या का आरोपी भी था रऊफ
साल 2002 में वॉल स्ट्रीट जर्नल के वरिष्ठ यहूदी पत्रकार डेनियल पर्ल की सिर कलम कर हत्या करने का आरोप भी अब्दुल रऊफ पर था। यह वीभत्स हत्याकांड पूरी दुनिया में सनसनीखेज बना था। अमेरिका के अफगानिस्तान और इराक में पूर्व राजदूत एवं संयुक्त राष्ट्र में स्थायी प्रतिनिधि जालमे खलीलजाद ने अब्दुल के मारे जाने पर प्रतिक्रिया दी और इसे न्याय बताया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, “पाकिस्तान के खिलाफ भारत की सैन्य कार्रवाई के दौरान क्रूर आतंकवादी अब्दुल रऊफ अजहर मारा गया है। उसने 2002 में पत्रकार डेनियल पर्ल की हत्या की थी। न्याय मिला है। थैंक यू इंडिया।”
अमेरिकी डिप्लोमैट्स ने PMO इंडिया को टैग कर जताया आभार
अमेरिका की एक अन्य वरिष्ठ डिप्लोमैट एली कोहैनिम ने भी इस पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री कार्यालय को टैग करते हुए लिखा, “डेनियल पर्ल के लिए न्याय का हमें वर्षों से इंतजार था। उन्हें बर्बरता से मारा गया था। मैं व्यक्तिगत रूप से भारत के प्रधानमंत्री कार्यालय की आभारी हूं। डेनियल के अंतिम शब्द थे – मेरे पिता यहूदी हैं, मेरी मां यहूदी हैं, और मैं भी यहूदी हूं। ये शब्द यहूदी इतिहास में सदियों तक गूंजते रहेंगे।”
इस प्रकार भारत की इस कार्रवाई की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सराहना हो रही है। दुनिया भर के यहूदी समुदाय ने भी इसे न्याय की जीत मानते हुए भारत का आभार जताया है। इज़रायली अखबार 'द यरुशलम पोस्ट' ने इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया है।