जयपुर। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के खिलाफ राजस्थान के एक मंत्री की विवादास्पद टिप्पणी को लेकर चल रहे हंगामे के बीच कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सोमवार को जयपुर में राजस्थान विधानसभा के बाहर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया। हालांकि, यह विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया क्योंकि प्रदर्शनकारियों की पुलिस से झड़प हो गई क्योंकि उन्हें विधानसभा की ओर मार्च करने से रोका गया जहां वर्तमान में बजट सत्र चल रहा है।
विधानसभा में दादी शब्द लेकर चल रहा गतिरोध लगातार बरकरार है। सदन में एक बार फिर माफी मांगने पर पेच फंसा और सदन की कार्यवाही तीसरी बार फिर स्थगित करनी पड़ी। भोजन अवकाश के बाद सदन की कार्यवाही में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और विधानसभा सदस्य गोविंद सिंह डोटासरा ने पूरे घटनाक्रम पर खेद तो जताया है, लेकिन उन्होंने अपने द्वारा आसान की तरफ बढ़ने के मामले पर माफी नहीं मांगने पर गतिरोध बढ़ गया। सत्ता पक्ष ने आपत्ति दर्ज कराई कि डोटासरा पूर्व में निर्धारित बातचीत के अनुसार माफी नही मांग रहे हैं। इस दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों के बीच में नोंकझोंक शुरू हो गई, इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को दोपहर 2:48 बजे तक के स्थगित कर दिया।
स्पीकर ने डोटासरा से कहा कि "आप मेरी टेबल तक आने के घटनाक्रम पर खेद तो जताएं"। इस पर डोटासरा मंत्री से माफी मंगवाने की बात कहने लगे। डोटासरा ने कहा "मंत्री के बोलने से लेकर अब तक जो कुछ सदन में हुआ, उस पर मुझे खेद है यह नहीं होना चाहिए था।" इस पर संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि हमारी वार्ता में यही तय हुआ था कि पहले आप खेद जताएंगे और फिर आगे की कार्यवाही चलेगी। आप समझौते से पीछे हट रहे हैं यह ठीक नहीं है।
स्पीकर ने भी डोटासरा के सीधे माफी नहीं मांगने पर कहा कि आपको खुद तो खेद जताना चाहिए। इस पर डोटासरा ने कहा कि "मुझे आपकी टेबल तक आने की जरूरत क्यों पड़ी ? इसका कारण मंत्री अविनाश गहलोत की टिप्पणी थी, पहले वह तो माफी मांगे ?" काफी देर तक चली बहस के बाद विधानसभा स्पीकर ने आधे घंटे तक के लिए सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया।