
बेंगलुरु। कन्नड़ भाषा समर्थक संगठन कर्नाटक रक्षणा वेदिके का विरोध प्रदर्शन बुधवार को हिंसक हो गया क्योंकि समूह ने अपने साइन बोर्ड पर स्थानीय भाषा के इस्तेमाल की मांग को लेकर बेंगलुरु के एक होटल में तोड़फोड़ की। समूह प्रमुख नारायण गौड़ा सहित प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। समूह ने बेंगलुरु की सड़कों पर कन्नड़ में बिलबोर्ड लगाने की मांग वाले अंग्रेजी पोस्टर भी फाड़ दिए।
यह विरोध प्रदर्शन बीबीएमपी के उस आदेश की पृष्ठभूमि में हो रहा है जिसमें राजधानी शहर में व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को 28 फरवरी, 2024 तक अपने नाम बोर्ड पर 60 प्रतिशत से अधिक कन्नड़ भाषा का उपयोग करने को कहा गया था, अन्यथा उन्हें अपना व्यापार लाइसेंस खोना होगा और कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। खास बात है कि इससे पहले मुख्यमंत्री सिद्धारमैया भी कर्नाटक में रहने वालों को कन्नड़ सीखने की सलाह दे चुके हैं।
हालांकि, कई व्यापारियों ने कहा कि उन्हें इस नियम की जानकारी नहीं थी और इसलिए उन्होंने इसका पालन नहीं किया।
बुधवार को राजधानी बेंगलुरु में कई जगहों पर बवाल हुआ। प्रदर्शनकारियों ने केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से लेकर सैलून और स्पा समेत शहर के कई प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया। प्रदर्शनों से जुड़े कई वीडियो भी सामने आए हैं, जिसमें नजर आ रहा है कि प्रदर्शनकारी अंग्रेजी में लिखे साइनबोर्ड्स को फाड़ रहे हैं। इस दौरान अंग्रेजी के कई साइबोर्ड्स पर काला रंग भी पोता गया।
क्या थी मांगें
प्रदर्शनकारियों का मांग थी कि 60 फीसदी कन्नड़ भाषा से जुड़े आदेश को तत्काल लागू किया जाए। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ब्रुहट बेंगलुरु महानगरपालिका के प्रमुख तुषार गिरि नाथ ने बताया कि BBMP के क्षेत्र में आने वाली दुकानों और बड़े प्रतिष्ठानों के पास 28 फरवरी तक का समय है। अगर वे तब तक आदेश का पालन नहीं करते हैं, तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही लाइसेंस भी रद्द किया जा सकता है।
सियासी एंगल
सीएम सिद्धारमैया लगातार कन्नड़ भाषा के इस्तेमाल की बात करते रहे हैं। इससे पहले भी उनके पिछले कार्यकाल में बेंगलुरु मेट्रो स्टेशनों के हिंदी नामों पर टेप लगा दिया गया था। उन्होंने अक्टूबर में भी कहा था, 'राज्य में रहने वाले सभी लोगों को कन्नड़ बोलना सीखना चाहिए।' उन्होंने कहा था, 'हम सभी कन्नडिगा हैं। यहां अलग-अलग भाषा बोलने वाले लोग रहते हैं।'














