जयपुर: देश के नए वक्फ संशोधन कानून के विरोध में मुस्लिम संगठनों ने सड़कों पर उतरकर विरोध की कमान संभाल ली है। देश के कई हिस्सों में इसके खिलाफ प्रदर्शन देखने को मिल रहे हैं। धरना और प्रदर्शन के माध्यम से वक्फ संशोधन कानून को वापस लेने की मांग की जा रही है। इसी कड़ी में बुधवार को देशभर में मुस्लिम संगठनों द्वारा ब्लैकआउट का आह्वान किया गया है।
राजधानी जयपुर समेत राजस्थान के सभी जिलों में बुधवार रात 9 से 9:30 बजे तक मुस्लिम समाज के लोग अपने घरों, मस्जिदों, दरगाहों, कार्यालयों और अन्य धार्मिक स्थलों पर लाइट बंद रखेंगे। इस ब्लैकआउट की तैयारी को लेकर मुस्लिम संगठन कई दिनों से लोगों से संपर्क कर रहे थे। घर-घर जाकर अपील की जा रही थी। मस्जिदों में नमाज के दौरान की जाने वाली तकरीरों में भी समाज के लोगों से अपील की गई थी कि वे आधे घंटे के लिए अपने घरों की लाइट बंद रखें।
जमात-ए-इस्लामी हिंद के प्रदेशाध्यक्ष मोहम्मद नाजिम ने बताया कि यह विरोध केवल बिजली बंद करने तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि सोशल मीडिया पर भी व्यापक अभियान चलाया जाएगा। फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म्स पर #waqfblackout ट्रेंड कराया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि 30 जुलाई तक राजस्थान सहित देश के विभिन्न राज्यों में धरना-प्रदर्शन आयोजित किए जाएंगे। राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन जिला कलेक्टरों को सौंपे जाएंगे।
उन्होंने यह स्पष्ट किया कि ये सभी आंदोलन पूरी तरह शांतिपूर्ण होंगे। ऐसा कोई भी कार्य नहीं किया जाएगा जिससे कानून-व्यवस्था बिगड़े। मुस्लिम समाज संविधान के दायरे में रहते हुए इस कानून का विरोध करेगा। नाजिम ने यह भी बताया कि राजस्थान में धरने और प्रदर्शनों को जिलेवार कैसे आयोजित करना है, इसकी रणनीति 24 अप्रैल को आयोजित एक बैठक में तय कर ली गई थी।
तालकटोरा स्टेडियम की बैठक में हुआ था ब्लैकआउट का निर्णय:
दरअसल, देशभर में ब्लैकआउट रखने का फैसला 22 अप्रैल को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित मुस्लिम संगठनों की राष्ट्रीय बैठक में लिया गया था। इस बैठक में सभी संगठनों ने एकमत होकर नए वक्फ संशोधन कानून का विरोध किया। उस समय यह भी स्पष्ट रूप से कहा गया था कि मुस्लिम समाज इस कानून को किसी भी हाल में स्वीकार नहीं करेगा और सरकार को इसे वापस लेना ही होगा।