ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत के खिलाफ झूठी खबरें फैलाने की कोशिशों में जुटा है। इस पर भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सबूतों के साथ पाकिस्तान की पोल खोली। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भी स्पष्ट कहा कि अगर भारत पर सैन्य हमला होता है तो उसका जवाब बेहद मजबूत और निर्णायक तरीके से दिया जाएगा। इन घटनाक्रमों के बीच एआईएमआईएम प्रमुख और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने भी पाकिस्तान को सीधी चेतावनी दी है।
ओवैसी ने कहा कि केंद्र सरकार को चाहिए कि वह हरसंभव रणनीति अपनाए जिससे पाकिस्तान को कमजोर किया जा सके। उन्होंने पाकिस्तान की ओर से सीमा पर आम नागरिकों को निशाना बनाकर की जा रही फायरिंग का भी उल्लेख किया।
‘पाकिस्तान अभी घुटनों पर नहीं आया है’ – ओवैसी
हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, 'लोगों को लग सकता है कि पाकिस्तान अब कमजोर हो चुका है, लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है। इस गलतफहमी में मत रहिए कि पाकिस्तान घुटनों पर है। अमेरिका ने हाफिज सईद के बेटे को आतंकवादी घोषित कर दिया है, लेकिन वह पाकिस्तान में मारे गए आतंकियों के जनाजे में शरीक हो रहा है। उसके पीछे आतंकी संगठन और पाकिस्तानी सेना है। यही पाकिस्तान का असली चेहरा है। हमें भ्रम में नहीं रहना चाहिए, क्योंकि ये लोग अब भी सक्रिय हैं और झुकने वाले नहीं हैं।'
पाकिस्तान में बलूच और पठानों की स्थिति पर भी बोले ओवैसी
पाकिस्तान द्वारा पानी रोके जाने के मुद्दे पर ओवैसी ने कहा कि भले ही बांध बनने में 8-10 साल लगें, लेकिन उसके बाद पानी छोड़ने का अधिकार हमारे पास रहेगा। उन्होंने यह भी कहा, 'पाकिस्तान को किसी धर्म या समुदाय से कोई मतलब नहीं है। उनका एक ही उद्देश्य है – भारत को कमजोर करना, जो वे कभी नहीं कर पाएंगे। अगर पाकिस्तान सच में अच्छा होता तो आज बलूच और पठान इतने परेशान न होते। सरकार ने साफ कर दिया है कि अगर पाकिस्तान तनाव बढ़ाएगा तो हम पीछे नहीं हटेंगे। भारत हर हालात के लिए तैयार है और मजबूती से खड़ा है।'