निपाह वायरसः हिमाचल प्रदेश के स्कूल से मिले 18 मरे हुए चमगादड़, लोगो में दहशत
By: Priyanka Maheshwari Thu, 24 May 2018 1:10:17
केरल से शुरू हुए निपाह वायरस का खौफ पूरे भारत में देखने को मिल रहा है। दिल्ली-एनसीआर के लोगों को भी इस वायरस को लेकर अलर्ट कर दिया गया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने निपाह को एक उभरती बीमारी करार दे चुका है। WHO के मुताबिक, निपाह वायरस चमगादड़ की एक नस्ल में पाया जाता है। यह वायरस उनमें प्राकृतिक रूप से मौजूद होता है। चमगादड़ जिस फल को खाते है, उनके अपशिष्ट जैसी चीजों के संपर्क में आने पर यह वायरस किसी भी अन्य जीव या इंसान को प्रभावित कर सकता है। ऐसा होने पर ये जानलेवा बीमारी का रूप ले लेता है। हाल ही में केरल में हुई रहस्यमयी मौतों का कारण 'निपाह वायरस (NiV)' को बताया गया है। नीपाह वायरस को लेकर दिल्ली-एनसीआर समेत जम्मू-कश्मीर, गोवा, राजस्थान, गुजरात और तेलंगाना में अलर्ट जारी कर दिया गया है। केंद्र सरकार ने भी इस पर चिंता जाहिर करते हुए पैनिक नहीं होने की सलाह दी है। इस वायरस से अब तक 11 लोगों की जान चली गई है, जबकि 18 लोग इससे संक्रमित पाए गए हैं। इन सभी का इलाज किया जा रहा है।
वहीं अब हिमचल प्रदेश में 18 चमगादड़ मरे हुये मिलने से सनसनी मच गई है। बताया जा रहा है कि ये चमगादड़ बीते काफी सालों से यहां के पेड़ों पर रहते थे, ये कभी किसी को परेशान नहीं करते थे लेकिन अचानक बुधवार को यहां इनकी की मौत हो गई, जिसे देखकर लोग भयभीत हो गए।
मौके पर पहुंचे स्वास्थ्य विभाग, पशुपालन विभाग और वन विभाग के अधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर सैंपल ले लिये हैं और जांच की जा रही है। जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर संजय शर्मा ने बताया कि हर साल इस इलाके में चमगादड़ों की संख्या बढ़ जाती है लेकिन इस बार कुछ ज्यादा ही है। डॉक्टर शर्मा ने बताया कि स्कूल के अध्यापकों और छात्रों को इस बीमारी और बचाव के बारे में बता दिया गया है। किसी भी तरह के लक्षण पाये जाते हैं तो किसी लोगों से दूर रहे क्योंकि यह एक संक्रामक बीमारी है। वहीं स्कूल की प्रिसिंपल सुपर्णा भरद्वाज का कहना कि लोगों में दहशत है। जिस तरह से चमगादड़ों की मौत हुई है उनके डर को नजरंदाज नहीं किया जा सकता है।
राजस्थान में भी सतर्कता के निर्देश
राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री कालीचरण सर्राफ ने प्रदेश में निपाह वायरस की रोकथाम के लिए अधिकारियों को विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। सर्राफ ने कहा कि केरल में अनेक प्रवासी राजस्थानी निवास करते हैं और उनका राजस्थान में आना-जाना लगा रहता है। लिहाजा अतिरिक्त सावधानी बरती जाए।
गोवा सरकार भी सतर्क
गोवा सरकार ने निपाह वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए राज्य के चिकित्सकों को सतर्क रहने को कहा है। स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे ने कहा कि अगर किसी मरीज में इस वायरस के लक्षण दिखते हैं तो चिकित्सकों से फौरन उस व्यक्ति के नमूने जांच के लिए भेजने को कहा गया है। फिलहाल चिंता की कोई बात नहीं है।
केरल से आने वाला फल केला
केरल में फैले निपाह वायरस से फिलहाल दिल्ली में कोई खतरा नहीं है। लेकिन, चिकित्सकों का कहना है कि लोगों को बचाव के उपाय जरूर कर लेने चाहिए। केरल से जो केले आ रहे हैं, उनको खाने से बचें। अगर खाना ही है तो अच्छे से धोकर खाएं। क्योंकि, उत्तर भारत में ज्यादातर केले, केरल से आते हैं। ऐसे में इन्हें खाना सेहत के लिए सही नहीं है।
धोकर खाएं खजूर और आम
खजूर और आम को भी धोकर खाएं। रमजान के महीने में खजूर सबसे ज्यादा खाए जाते हैं। दिल्ली में बड़ी मात्रा में केले और खजूर केरल से मंगाए जाते हैं। निपाह वायरस से प्रभावित केरल के कालीकट और मल्लापुरम जिले में केले और खजूर की बड़ी मात्रा है। एम्स के डॉक्टर्स की टीम यहां जांच कर रही है। ऐसे में यहां से आने वाले फलों को ध्यान से खाना चाहिए।