NEET-UG की परीक्षा का पैटर्न बदला, 200 की जगह होंगे 180 सवाल, समय भी घटाया
By: Sandeep Gupta Mon, 27 Jan 2025 10:19:22
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने NEET-UG 2025 के परीक्षा पैटर्न में बदलाव किया है। इस बदलाव को लेकर जारी नोटिफिकेशन में बताया गया है कि परीक्षा अब 5 साल पुराने पैटर्न पर आयोजित की जाएगी। इसके तहत सवालों की संख्या और परीक्षा समय दोनों को घटा दिया गया है। अब 200 सवालों की जगह 180 सवाल होंगे, और परीक्षा का कुल समय 20 मिनट कम कर दिया गया है।
पहले 200 सवाल आते थे
कोटा के करियर काउंसलिंग एक्सपर्ट पारिजात मिश्रा ने बताया कि NEET-UG 2021 से लेकर NEET-UG 2024 तक के प्रश्न पत्र में 200 प्रश्न होते थे। पेपर को दो भागों (सेक्शन ए और सेक्शन बी) में विभाजित किया जाता था।
सेक्शन ए:
फिजिक्स: 35 प्रश्न
केमिस्ट्री: 35 प्रश्न
बायोलॉजी (बॉटनी और जूलॉजी): 70 प्रश्न
सेक्शन बी:
फिजिक्स: 15 प्रश्न (किसी भी 10 प्रश्न का चयन करना होता था)
केमिस्ट्री: 15 प्रश्न (किसी भी 10 प्रश्न का चयन करना होता था)
बायोलॉजी (बॉटनी और जूलॉजी): 30 प्रश्न (किसी भी 20 प्रश्न का चयन करना होता था)
नए पैटर्न में क्या बदलेगा?
2025 से NEET-UG में सेक्शन बी के विकल्प और कुल सवालों की संख्या को घटाया जाएगा। अब सवालों की कुल संख्या 180 होगी और समय भी पहले की तुलना में कम रहेगा। यह बदलाव परीक्षा प्रक्रिया को और अधिक केंद्रित और सटीक बनाने के उद्देश्य से किया गया है। इस बदलाव से छात्रों को तैयारी की रणनीति में बदलाव करना होगा। प्रश्नों की संख्या कम होने से कॉम्पिटिशन और बढ़ सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह बदलाव परीक्षा को अधिक चुनौतीपूर्ण बनाने के साथ-साथ छात्रों के लिए समय प्रबंधन को भी महत्वपूर्ण बना देगा।
अब एक ही पार्ट में होगा NEET-UG 2025 का पेपर
कोटा के करियर काउंसलिंग एक्सपर्ट पारिजात मिश्रा ने जानकारी दी कि NEET-UG 2025 का पैटर्न पूरी तरह बदल दिया गया है। अब परीक्षा में सेक्शन ए और सेक्शन बी नहीं होंगे। पेपर को एक ही भाग में आयोजित किया जाएगा, जिसमें सभी प्रश्नों का उत्तर देना अनिवार्य होगा।
नए पैटर्न के अनुसार प्रश्नों का वितरण:
फिजिक्स: 45 प्रश्न
केमिस्ट्री: 45 प्रश्न
बायोलॉजी (बॉटनी और जूलॉजी): 90 प्रश्न
कुल मिलाकर पेपर में 180 प्रश्न होंगे।
समय अवधि में भी बदलाव
पहले NEET-UG 2021 से 2024 तक परीक्षा का समय 3 घंटे 20 मिनट होता था। अब इसे घटाकर 3 घंटे कर दिया गया है। इसके साथ ही पुराने कोविड-19 महामारी के दौरान इस्तेमाल किए गए पैटर्न को ही फिर से लागू किया जाएगा।
पिछली परीक्षा में 67 स्टूडेंट्स के आए थे 100% अंक
पारिजात मिश्रा ने बताया कि पिछले साल की परीक्षा में देशभर से 67 स्टूडेंट्स ने पूरे 720 अंक हासिल किए थे। इनमें से कोटा के 26 स्टूडेंट्स शामिल थे। यह पहली बार था कि इतने बड़े स्तर पर ऑल इंडिया फर्स्ट रैंक पर इतने अधिक स्टूडेंट्स ने जगह बनाई।
रिजल्ट में गड़बड़ी के आरोप
2024 के रिजल्ट को लेकर नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) पर गड़बड़ी के आरोप लगे थे। 67 टॉपर्स में से 16 स्टूडेंट्स के रोल नंबर एक जैसे पैटर्न में थे। हरियाणा, उत्तर प्रदेश, गुजरात, राजस्थान, दिल्ली और कर्नाटक के टॉपर्स के रोल नंबर में भी समानता पाई गई। हरियाणा के एक ही एग्जाम सेंटर से बड़ी संख्या में टॉपर्स निकले थे।
बदलाव का कारण
इन विवादों और गड़बड़ियों के बाद NTA ने परीक्षा पैटर्न में बदलाव का निर्णय लिया। नया स्वरूप परीक्षा को अधिक पारदर्शी और सरल बनाने के उद्देश्य से तैयार किया गया है।