110 किमी तेज रफ्तार से बापटला के तट से टकराया मिचौंग, 1.5 मीटर ऊँची ज्वारीय लहरें, चेन्नई में अब तक 8 मरे
By: Rajesh Bhagtani Tue, 05 Dec 2023 4:33:40
चेन्नई। चेन्नई में तबाई मचाने के बाद चक्रवाती तूफान मिचौंग मंगलवार दोपहर को बापटला के पास तट से टकरा गया। इसे लेकर आंध्र प्रदेश प्रशासन हाई अलर्ट पर है। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवात मंगलवार सुबह 5.30 बजे नेल्लोर से लगभग 25 किमी उत्तर-उत्तरपूर्व, कवाली से 20 किमी पूर्व, बापटला से 110 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम और मछलीपट्टनम से 170 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में केंद्रित था। चेन्नई और आंध्र प्रदेश में चक्रवात मिचौंग के खतरे के जवाब में एहतियाती उपाय के रूप में आज स्कूल बंद हैं। चेन्नई में अब तक आठ लोगों की मौत हो चुकी है।
110 किमी तेज रफ्तार
मौसम विभाग के अनुसार, सिस्टम तट के करीब उत्तर की ओर बढ़ रहा है, दीवार बादल क्षेत्र का कुछ हिस्सा भूमि पर स्थित है। सिस्टम के लगभग उत्तर की ओर समानांतर और दक्षिण आंध्र प्रदेश तट के करीब बढ़ने और नेल्लोर और मछलीपट्टनम के बीच बापटला के करीब दक्षिण आंध्र प्रदेश तट को पार करने की संभावना है। मौसम विभाग ने क्षेत्र में 90-100 किमी प्रति घंटे से लेकर 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने का अनुमान लगाया है।
1.5 मीटर तक ऊंची ज्वारीय लहरें
अधिकारियों ने कहा कि समुद्र अशांत है और तट पर 1 से 1.5 मीटर तक ऊंची ज्वारीय लहरें देखी जा सकती हैं। मछुआरों को पहले ही समुद्र में न जाने की चेतावनी दी जा चुकी है। रायलसीमा और तटीय आंध्र के कई हिस्सों में सोमवार से भारी बारिश हो रही है। पिछले 24 घंटों के दौरान तिरूपति जिले सहित कुछ स्थानों पर 39 सेमी बारिश दर्ज की गई। श्रीकाकुलम, विजयनगरम, विशाखापत्तनम, काकीनाडा, राजमहेंद्रवरम, भीमावरम, एलुरु, विजयवाड़ा, मछलीपट्टनम, गुंटूर, ओंगोल, नेल्लोर और तिरूपति में लगातार बारिश हो रही है।
निचले इलाकों में भरा पानी
बारिश के कारण कुछ स्थानों पर सड़क परिवहन बाधित हुआ है। तिरूपति, नेल्लोर, कृष्णा और गुंटूर जिलों के कुछ हिस्सों में निचले इलाकों में पानी भर गया। मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी ने जिला कलेक्टरों, एसपी और विभिन्न विभागों के अधिकारियों को राहत उपाय करने के लिए हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया है।
प्रभावित जिलों के लिए विशेष अधिकारी नियुक्त
प्रशासन ने तिरूपति, एसपीएसआर नेल्लोर, प्रकाशम, बापटला, कृष्णा, पश्चिम गोदावरी, डॉ. बीआर अंबेडकर कोनसीमा और काकीनाडा जिलों के कलेक्टरों ने अपने-अपने जिलों में राहत और बचाव तैयारियों के बारे में निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बचाव और राहत कार्यों के लिए दो-दो करोड़ रुपये जारी करने के अलावा सभी चक्रवात प्रभावित जिलों के लिए विशेष अधिकारी नियुक्त किए गए हैं।
लोगों को राहत शिविर में किया स्थानांतरित
अधिकारियों ने कहा कि पांच एनडीआरएफ और पांच एसडीआरएफ की टीमें संवेदनशील इलाकों में तैनात हैं और आवश्यक 308 शिविरों में से 181 राहत शिविर खोले गए हैं और लोगों को संवेदनशील इलाकों से स्थानांतरित किया जा रहा है।