मकरविलक्कू से पहले सबरीमाला में सुरक्षा कड़ी, केरल पुलिस ने तैनात किए 5,000 जवान
By: Rajesh Bhagtani Mon, 13 Jan 2025 3:07:29
सबरीमाला। सबरीमाला में कल मकरविलक्कु उत्सव से पहले केरल राज्य पुलिस प्रमुख शेख दरवेश साहिब सन्निधानम पहुंचे और पुलिस की तैयारियों का जायजा लिया।
उन्होंने मीडिया को बताया कि इस आयोजन को सुचारू रूप से चलाने के लिए 5,000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। इनमें से 1,800 को सन्निधानम में और बाकी को पंपा, निलक्कल, इडुक्की और कोट्टायम में तैनात किया गया है।
इसके अलावा, सुरक्षा के लिए राष्ट्रीय आपदा राहत बल (एनडीआरएफ) और रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) की टीमें भी तैनात की गई हैं। मकर ज्योति को देखने और फिर आसानी से पहाड़ी से नीचे उतरने के लिए सुविधाएं भी उपलब्ध कराई गई हैं।
राज्य पुलिस, अग्निशमन एवं बचाव दल तथा एनडीआरएफ की टीमों ने उन सभी महत्वपूर्ण स्थानों पर सुरक्षा की जांच की है, जहां लोग पवित्र ‘मकर ज्योति’ की लौ देखने जाते हैं।
मकरविलक्कु उत्सव समाप्त होने के बाद भक्तों के लिए बाहर निकलने की योजना भी बनाई गई है। राज्य पुलिस प्रमुख के अनुसार, भीड़भाड़ की स्थिति में, पुलिस ने भक्तों को बाहर निकलने की योजना का उपयोग करके आसानी से पहाड़ी से नीचे उतरने की अनुमति देने की व्यवस्था की है।
सन्निधानम पुलिस के विशेष अधिकारी वी अजित ने बताया कि मकर ज्योति के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को दिशा-निर्देशों का पालन करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि मकर ज्योति के दर्शन केवल निर्धारित स्थानों से ही किए जाने चाहिए। पेड़ों की चोटी, ऊंची इमारतों की छतों या पानी की टंकियों की ऊंचाई से मकर ज्योति के दर्शन की अनुमति नहीं होगी।
मकर ज्योति दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को वहां लगाए गए बैरिकेड्स पर झुकना नहीं चाहिए और न ही वहां बंधी रस्सी को काटने की कोशिश करनी चाहिए।
मकरविलक्कु के दौरान दिशा-निर्देश
केवल वर्चुअल क्यू बुकिंग/स्पॉट बुकिंग वाले लोगों को ही 13-14 जनवरी को निलक्कल से पंपा तक प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। मंदिर समिति द्वारा दिए गए विशेष पास वाले लोगों को ही ‘दीपाराधना’ के दौरान थिरुमुत्तम में खड़े होने की अनुमति दी जाएगी।
भक्तों को स्टोव, बड़े बर्तन, गैस स्टोव के साथ सन्निधानम में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। भक्तों को किसी भी परिस्थिति में अस्थायी रूप से खाना पकाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। पंपा, सन्निधानम और आसपास के क्षेत्रों के बाहरी जंगलों और खुले क्षेत्रों में अस्थायी झोपड़ियाँ बनाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
भक्तों को कतार में इंतजार करने के बाद ही राज्य परिवहन के वाहनों में चढ़ना चाहिए। भक्तों को जिस वाहन से वे आए हैं उसका वाहन नंबर, जिस ग्राउंड नंबर पर उन्होंने पार्क किया है, ड्राइवर और गुरु स्वामीजी का फोन नंबर अलग से प्राप्त करना चाहिए और रखना चाहिए।
14 जनवरी को यातायात प्रतिबंध
14 जनवरी को सुबह 7.30 बजे से निलक्कल में यातायात प्रतिबंध लगा दिए जाएंगे। वाहनों को निलक्कल से पंपा तक सुबह 10 बजे तक ही प्रवेश की अनुमति होगी। भक्तों को पंपा से दोपहर 12 बजे तक ही प्रवेश की अनुमति होगी, क्योंकि भगवान अयप्पा के पवित्र आभूषण 'तिरुवभरणम' की औपचारिक जुलूस 'घोषयात्रा' वैलियानवट्टम तक पहुँचेगी।
भगवान अयप्पा के पवित्र आभूषणों की वार्षिक औपचारिक शोभायात्रा ‘तिरुवभरणम घोषयात्रा’ रविवार को पंडालम के एक मंदिर से सन्निधानम के लिए रवाना हुई। मकरविलक्कु पर भगवान अयप्पा को पवित्र आभूषणों से सुसज्जित किया जाएगा।
भक्तों को शाम 5.30 बजे के आसपास पम्पा से सन्निधानम में प्रवेश करने की अनुमति दी जाएगी, तभी पवित्र आभूषण सरमकुथी पहुंचेंगे।