ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने शनिवार को पाकिस्तान की 'डीप स्टेट' पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, "पाकिस्तान की छुपी हुई सत्ता केवल इस्लाम का मुखौटा लगाकर अपने अवैध कामों और आतंकवाद को बढ़ावा देने की कोशिश करती है।" यह बयान भारत-पाकिस्तान सीमा पर बढ़ते तनाव के बीच सामने आया है।
ओवैसी ने कहा कि पाकिस्तान भारत को धर्म के आधार पर बांटना चाहता है और यहां हिंदू, मुस्लिम व अन्य समुदायों के बीच मतभेद पैदा करना चाहता है।
"हमने दो-राष्ट्र सिद्धांत ठुकराया"
ओवैसी ने ANI से बातचीत में कहा, "पाकिस्तान भूल जाता है कि भारत में 23 करोड़ से अधिक मुसलमान रहते हैं और हमारे पूर्वजों ने जिन्ना का दो-राष्ट्र सिद्धांत खारिज कर भारत को चुना था। हमने भारत को अपना वतन माना है और हमेशा यहीं रहेंगे।"
उन्होंने पाकिस्तान के दो-राष्ट्र सिद्धांत पर सवाल उठाते हुए कहा, "अगर यह सिद्धांत इतना ही सही है, तो पाकिस्तान अफगानिस्तान और ईरान की सीमा पर बमबारी क्यों कर रहा है? वहां के लोग भी मुसलमान हैं।"
ओवैसी ने कहा कि पाकिस्तान की सत्ता पिछले 75 वर्षों से इस्लाम का सहारा लेकर आतंक को बढ़ावा देने का काम कर रही है, खासकर भारत के खिलाफ।
भारत-पाक तनाव: हालात गंभीर
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव उस समय और बढ़ गया जब भारतीय सेना ने 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में बुधवार को पाकिस्तान और पीओके स्थित आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए।
इसके जवाब में शुक्रवार रात पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर से लेकर गुजरात तक 26 ठिकानों को ड्रोन हमलों से निशाना बनाया, लेकिन भारतीय रक्षा मंत्रालय ने बताया कि दुश्मन की कोशिशों को विफल कर दिया गया और कोई बड़ा नुकसान नहीं होने दिया गया।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री के साथ एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने कहा, “भारतीय सेना तनाव बढ़ाना नहीं चाहती, बशर्ते पाकिस्तान भी उसी भावना के साथ आगे बढ़े।”
इस बीच, पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने जियो न्यूज़ को बताया, “अगर भारत और हमले नहीं करता, तो पाकिस्तान तनाव कम करने पर विचार करेगा। लेकिन अगर भारत ने कोई अगला हमला किया, तो हमारी प्रतिक्रिया तय है।”