नोएडा। नोएडा पुलिस की साइबर क्राइम थाना सेक्टर-36 टीम ने एक अंतरराष्ट्रीय साइबर ठगी और ड्रग्स तस्करी गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस गिरोह ने नैनीताल बैंक से 16 करोड़ रुपये की साइबर ठगी को अंजाम दिया था। मामले में एक नाइजीरियन नागरिक समेत चार शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों के कब्जे से भारी मात्रा में नकदी, ड्रग्स, पासपोर्ट, लैपटॉप, मोबाइल फोन और बैंक दस्तावेज बरामद हुए हैं।
यह कार्रवाई 20 और 21 अप्रैल की दरमियानी रात को ग्रेटर नोएडा के सिग्मा-4 सेक्टर में की गई। पुलिस ने इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस, लोकल इंटेलिजेंस और गुप्त सूचना के आधार पर यह ऑपरेशन चलाया।
गिरफ्तार आरोपी और मास्टरमाइंड
गिरफ्तार आरोपियों में नाइजीरियन मूल का उमेलाकी एमेका उर्फ एलेक्स (53) इस गैंग का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है, जो पिछले 10 वर्षों से भारत में रह रहा था। उसके साथ मोहम्मद सावेज उर्फ शानू (26, डासना, गाजियाबाद), अमित गुप्ता (28, संगम विहार, दिल्ली) और दीपक गुप्ता (39, दिल्ली) को भी गिरफ्तार किया गया है।
साइबर ठगी और ड्रग्स दोनों में सक्रिय था गिरोह
जांच में सामने आया है कि मोहम्मद सावेज भोले-भाले लोगों से बैंक खाते उपलब्ध कराता था, जिनका इस्तेमाल साइबर ठगी से कमाई गई रकम को ट्रांसफर करने में किया जाता था। एमेका न सिर्फ साइबर ठगी बल्कि ड्रग्स की तस्करी में भी लिप्त था।
बरामदगी और नेटवर्क
• उमेलाकी एमेका से 50 हजार रुपये नकद, 8 चेकबुक, 7 पासबुक, 7 मोबाइल, 1 लैपटॉप, 9 सिम कार्ड, 3 डेबिट कार्ड, 2 पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस और 39.58 ग्राम एमडीएमए टैबलेट (अनुमानित कीमत 20 लाख रुपये) बरामद की गई।
• अमित गुप्ता से 8.68 ग्राम एमडीएमए टैबलेट और एक कार जब्त की गई।
• सावेज से एक मोबाइल फोन बरामद हुआ है।
पुलिस की अपील
नोएडा पुलिस ने आम जनता को साइबर जागरूकता के लिए अलर्ट करते हुए कहा है कि किसी भी संदिग्ध लिंक या फोन कॉल पर बैंकिंग जानकारी साझा न करें। बैंक कभी भी लिंक के जरिए डिटेल्स नहीं मांगता। साइबर अपराध की शिकायत के लिए हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें या आधिकारिक वेबसाइट पर शिकायत दर्ज करें।
यह कार्रवाई नोएडा पुलिस की साइबर अपराध के खिलाफ एक बड़ी कामयाबी मानी जा रही है, जो लगातार तकनीक का दुरुपयोग कर रहे अपराधियों के नेटवर्क को बेनकाब कर रही है।