बुजुर्गों को Covid Vaccine लगवाने के लिए देने होंगे ये दस्तावेज, गंभीर बीमारी से ग्रस्त लोगों को दिखाना होगा मेडिकल सर्टिफिकेट
By: Priyanka Maheshwari Sat, 27 Feb 2021 09:03:30
भारत में कोरोना वैक्सीनेशन का दूसरा फेज सोमवार 1 मार्च से शुरू होने वाला है। इस फेज में 60 साल से अधिक उम्र एवं पहले से ही किसी बीमारी से पीड़ित 45 साल से अधिक उम्र के लोगों को एक मार्च से कोविड-19 की वैक्सीन (Covid vaccine) दी जाएगी। 45 साल से अधिक उम्र के संक्रमण के प्रति संवेदनशील बीमारियों से ग्रसित लोगों को भी इस चरण में टीकाकरण के लिए शामिल किया गया है। इस फेज में लोग खुद ही कोविन प्लेटफार्म पर रजिस्ट्रेशन कर वैक्सीन लगाने का दिन और स्थान चुन सकते हैं। इसके साथ ही पूर्व में पंजीकरण नहीं करा पाने वाले बुजुर्ग अपने नजदीक के वैक्सीन सेंटर पर जाकर ऑनलाइन पंजीकरण कराके वैक्सीन ले सकते हैं। इसके अलावा आशा कार्यकर्ता व अन्य स्वास्थ्य कर्मियों पर भी अपने-अपने इलाकों में रह रहे बुजुर्गों का पता लगाकर उन्हें वैक्सीन सेंटर लाने की जिम्मेदारी होगी।
आपको बता दे, इस चरण में 10 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाए जाने का लक्ष्य रखा गया है। 1 मार्च से 10,000 सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों और 12,000 निजी केंद्रों में वैक्सीनेशन शुरू होगा। दो दिनों में स्वास्थ्य कर्मचारियों और दूसरे स्टाफ को वैक्सीन लगाने के लिए प्रशिक्षण देने का काम होगा।
आशंकाओं का स्वास्थ्य मंत्रालय ने किया समाधान
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों के स्वास्थ्य सचिवों व नेशनल हेल्थ मिशन के प्रमुखों को एक मार्च से शुरू होने जा रहे कोरोना के बड़े पैमाने पर टीकाकरण के तौर-तरीकों के बारे में विस्तार से बताया और उनके आशंकाओं का समाधान किया।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार सरकारी वैक्सीन सेंटर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, सहयोगी स्वास्थ्य केंद्रों, आयुष्मान भारत के तहत आने वाले हेल्थ व वेलनेस सेंटरों, सब डिविजनल व जिला अस्पतालों और मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में खोले जा सकते हैं। इसी तरह से निजी वैक्सीन सेंटर सीजीएचएस और आयुष्मान भारत के प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत मान्यता प्राप्त केंद्रों के साथ-साथ राज्यों की स्वास्थ्य बीमा योजनाओं के तहत पंजीकृत अस्पतालों में खोले जाएंगे। राज्य सरकारों को पहली बार निजी अस्पतालों में शुरू होने जा रहे टीकाकरण के दौरान कोरोना की गाइड लाइन का पालन सुनिश्चित करने को कहा गया है।
दिखाने होंगे यह दस्तावेज
राज्यों को यह भी बता दिया गया है कि उम्र के सत्यापन के लिए लाभार्थियों को कौन-कौन से दस्तावेज लाने होंगे। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इसके लिए आधार कार्ड और मतदाता पहचान पत्र के अलावा कोई अन्य फोटो पहचान दिखाना होगा, जिसमें जन्म की तारीख दर्ज हो। वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार इनमें से एक भी दस्तावेज को दिखाकर लाभार्थी वैक्सीन लगवा सकते हैं। किसी गंभीर बीमारी से ग्रसित 45 से 60 साल के बीच के उम्र के लाभार्थी को इसके अलावा पंजीकृत डाक्टर द्वारा दिया गया बीमारी का सर्टिफिकेट देना होगा।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार इस दौरान वे हेल्थकेयर या फ्रंटलाइन वर्कर्स भी वैक्सीन ले सकेंगे, जो पहले छूट गए थे। लेकिन उनकी उम्र 60 साल से अधिक या फिर 45 से 60 साल के बीच में गंभीर बीमारी से ग्रसित होना जरूरी है। ऐसे हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स के लिए नियोक्ता की ओर से जारी फोटो सहित पहचान पत्र या सर्टिफिकेट दिखाना होगा।
कोविन प्लेटफार्म पर पंजीकृत होने और पहली डोज लेते ही क्यूआर कोड पर आधारित अस्थायी सर्टिफिकेट और दूसरी डोज लेने के बात स्थायी सर्टिफिकेट जारी कर दिया जाएगा। लाभार्थी के मोबाइल पर इस सर्टिफिकेट का लिंक भेजा जाएगा, जिसे आसानी से डाउनलोड किया जा सकता है। वैक्सीन सेंटर पर इसके प्रिंटआउट लेने की भी सुविधा होगी।
कोविन 2.0 पोर्टल पर करना होगा रजिस्ट्रेशन
-वैक्सीनेशन के लिए लोगों को पहले से ही कोविन ऐप में रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। कोविन-2।0 पोर्टल को अपने फोन पर सीधे ही डाउनलोड कर खुद ही रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है या फिर आरोग्य सेतु के जरिए भी रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को पूरा किया जा सकता है।
-रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया बेहद सरल रखी गई है। अपने मोबाइल पर डाउनलोड किए पोर्टल पर जरूरी जानकारी देने के बाद एक ओटीपी आएगा। ओटीपी (OTP) डालते ही अकाउंट बन जाएगा।
-परिवार का कोई भी सदस्य आपका रजिस्ट्रेशन अपने मोबाइल पर कर सकता है।
-पोर्टल से आपको आसपास के सभी कोविड सेंटर की जानकारी और वहां पर चल रहे वैक्सीनेशन का समय और तारीख आपको पता चल जाएगा।
-अपनी सुविधानुसार आप चाहें किसी एक सेंटर को चुनकर वैक्सीनेशन के लिए अप्वांटमेंट ले सकते हैं।
-कोविन प्लेटफार्म में जीपीएस सिस्टम की सुविधा भी होगी।
-एक मोबाइल ऐप में चार व्यक्तियों का रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है। आरोग्य सेतु ऐप में रजिस्ट्रेशन के लिए वन टाइम पासवर्ड का इस्तेमाल होगा।
मोबाइल नहीं तो सीधे सेंटर पर पहुंचे
-जिनके पास मोबाइल नहीं हैं उनके लिए 2.5 लाख कॉमन सर्विस सेंटर खोले गए हैं।
-अगर कोई व्यक्ति मोबाइल पर खुद को रजिस्टर नहीं कर पा रहा तो वह सीधे भी जरूरी डाक्यूमेंट्स के साथ वैक्सीनेशन सेंटर पर पहुंच सकता है।
- 60 साल के व्यक्ति के लिए डाक्यूमेंट के तौर पर आधार कार्ड, पैन कार्ड, ड्राईविंग लाइसेंसे, पासपोर्ट लगेगा।
- 45 से 60 वर्ष के लोगों को मेडिकल सर्टिफिकेट पेश करना होगा, जो साबित करें कि वे गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं। सरकार लिस्ट जारी करने वाली है कि किन गंभीर बीमारियों को प्राथमिकता दी जाएगी। फॉर्म भी जारी हो सकता है जिसे जांच के बाद डॉक्टर से भरवाना पड़ेगा।