कोरोना वायरस : भारत ने 15 अप्रैल तक सभी पर्यटन वीजा किए रद्द
By: Pinki Thu, 12 Mar 2020 08:43:17
मोदी सरकार ने भारत में कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के उद्देश्य से 15 अप्रैल तक सभी पर्यटन वीजा निलंबित कर दिए हैं। सरकार की ओर से जारी बयान के अनुसार, यह निलंबन 13 मार्च को रात जीएमटी 12 बजे से प्रभावी होगा। बयान में कहा गया है, ‘राजनयिक, आधिकारिक, संयुक्त राष्ट्र/ अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं, कामकाजी और प्रोजेक्ट वीजा के अलावा सभी मौजूदा वीजा 15 अप्रैल, 2020 तक निलंबित किए जाते हैं। यह 13 मार्च, 2020 की जीएमटी समयानुसार दोपहर 12 बजे से सभी प्रस्थान बिन्दुओं पर प्रभावी होगा।’
सरकार ने भारतीय नागरिकों को सलाह दी गई है कि गैरजरूरी विदेशी यात्राएं न करें। अगर वे कहीं से भी यात्रा करके वापस लौटते हैं तो उन्हें कम से कम 14 दिन तक लोगों से अलग रखा जा सकता है। चीन, इटली, ईरान, कोरिया, फ्रांस, स्पेन और जर्मनी में जो भी भारतीय या विदेशी यात्री 15 फरवरी तक रहे हों, उन्हें भारत आने पर कम से कम 14 दिन के लिए अलग मेडिकल निगरानी में रखा जाएगा।
#OCI कार्ड धारकों को दी गई वीजा मुक्त सुविधा भी 15 अप्रैल, 2020 तक स्थगित रखी जाएगी। यह निर्णय प्रस्थान के हवाई अड्डे/ बंदरगाह आदि पर 13 मार्च, 2020 को जीएमटी समय 12:00 से लागू होगा।#COVID19 #CoronaVirusUpdate @MoHFW_INDIA @PMOIndia @MEAIndia
— Dr Harsh Vardhan (@drharshvardhan) March 11, 2020
महामारी घोषित हुआ कोरोना वायरस
आपको बता दे, कोरोना वायरस दुनिया भर के 114 देशों में फैल चुका है। अब तक दुनिया भर में 4,291 लोगों की इस वायरस की वजह से मौत हो चुकी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने बुधवार को इसे वैश्विक महामारी घोषित कर दिया। डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टैड्रॉस (Tedros Adhanom Ghebreyesus) ने एक मीडिया रिपोर्टिंग में कहा, 'डब्ल्यूएचओ इस लगातार इस प्रकोप का आकलन कर रहा है और हम प्रसार और गंभीरता के खतरनाक स्तर और निष्क्रियता के खतरनाक स्तर दोनों से चिंतित हैं।' उन्होंने कहा, हमने इसलिए आकलन किया है कि COVID-19 को महामारी (Pandemic) के रूप में पहचाना जा सकता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है, ' हमारे आंकलन के मुताबिक COVID-19 अब महामारी बन चुका है। स्वास्थ्य संगठन पूरी दुनिया में फैल रहे इस वायरस की सक्रियता से चिंतित है। यह खतरनाक स्तर पर पहुंच रहा है।' विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी को कोई भी देश हल्के में न ले। यह खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है, इस पर गंभीरता से सोचने की जरूरत है।