शिमला : मस्जिद में 'अवैध' निर्माण के विरोध में स्थानीय लोगों और पुलिस में झड़प
By: Rajesh Bhagtani Wed, 11 Sept 2024 1:48:30
शिमला। शिमला में बुधवार को अराजकता का माहौल देखने को मिला, जब शहर में एक मस्जिद परिसर में कथित अवैध निर्माण के विरोध में निकाले गए मार्च के दौरान स्थानीय लोगों की पुलिस के साथ झड़प हो गई।
शिमला से प्राप्त तस्वीरों में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस बैरिकेड्स गिरा दिए और सुरक्षाकर्मियों ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज और पानी की बौछारें कीं। प्रदर्शनकारियों को "हिमाचल ने ठाना है, देवभूमि को बचाना है" और "भारत माता की जय" जैसे नारे लगाते हुए सुना गया।
शिमला के संजौली इलाके में स्थित एक मस्जिद में कथित तौर पर अतिरिक्त मंजिलों के अवैध निर्माण के विरोध में यह मार्च निकाला गया था। इससे पहले हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा था कि लोगों को विरोध करने का अधिकार है, लेकिन उन्हें ऐसा शांतिपूर्वक और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाए बिना करना चाहिए।
हिमाचल प्रदेश के मंत्री रोहित ठाकुर ने निषेधाज्ञा जारी होने के बाद सुखू की बात दोहराते हुए कहा, "हमारे राज्य में कभी सांप्रदायिक दंगे नहीं हुए। हिमाचल को देवभूमि के नाम से जाना जाता है। फिलहाल, स्थिति सामान्य है और रोजमर्रा का जन-जीवन सुचारू रूप से चल रहा है। विरोध प्रदर्शन करना लोगों का अधिकार है, लेकिन सब कुछ कानून के दायरे में होना चाहिए।"
सुखू ने यह भी कहा कि संजौली मस्जिद में कथित अवैध निर्माण के मुद्दे पर स्थानीय नगर निगम अदालत में सुनवाई चल रही है और कानून अपना काम करेगा।
एसपी संजीव कुमार गांधी ने विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए स्थानीय लोगों से अपील करते हुए कहा, "हमने हितधारकों के साथ बैठकें की हैं और हमें उम्मीद है कि विरोध शांतिपूर्ण होगा।"
प्रदर्शनकारियों ने मस्जिद में कथित तौर पर अतिरिक्त मंजिलों के निर्माण और कुछ हिंदू संगठनों द्वारा बंद के आह्वान पर बढ़ते तनाव के बाद मंगलवार को क्षेत्र में जारी निषेधाज्ञा का उल्लंघन किया।
इससे पहले बुधवार को
विरोध मार्च से पहले ढली सुरंग में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात देखा गया। किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पुलिस चौकियों पर वाहनों की भी जांच की जा रही थी।