जम्मू। दक्षिण कश्मीर में 3,880 मीटर ऊंचे पवित्र अमरनाथ गुफा मंदिर की 38 दिवसीय वार्षिक तीर्थयात्रा 3 जुलाई से शुरू होगी, एक आधिकारिक प्रवक्ता ने बुधवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि राजभवन में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा की अध्यक्षता में श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) की 48वीं बोर्ड बैठक में इस आशय का निर्णय लिया गया।
प्रवक्ता ने कहा, "इस वर्ष यात्रा 3 जुलाई को दोनों मार्गों - अनंतनाग जिले में पहलगाम ट्रैक और गंदेरबल जिले में बालटाल से एक साथ शुरू होगी और रक्षाबंधन के दिन 9 अगस्त को इसका समापन होगा।"
उन्होंने कहा कि बैठक में तीर्थस्थल बोर्ड के सदस्यों ने भाग लिया, जिन्होंने श्रद्धालुओं के लिए सुविधाओं और सेवाओं को और बेहतर बनाने के लिए विभिन्न उपायों और हस्तक्षेपों का प्रस्ताव रखा।
प्रवक्ता ने बताया कि अमरनाथ यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए बैठक में जम्मू, श्रीनगर और अन्य स्थानों पर केंद्रों पर ठहरने की क्षमता बढ़ाने, ई-केवाईसी के लिए यात्री सुविधा केंद्रों का संचालन, आरएफआईडी कार्ड जारी करने, नौगाम और कटरा रेलवे स्टेशनों सहित कई स्थानों पर तीर्थयात्रियों का मौके पर पंजीकरण करने के उपायों पर चर्चा की गई।
उन्होंने कहा कि इस बात पर भी चर्चा की गई कि आवश्यकता के अनुसार बालटाल, पहलगाम, नुनवान और पंथा चौक श्रीनगर में भी इन सुविधाओं को उपयुक्त रूप से बढ़ाया जाना चाहिए।
संबंधित विभागों द्वारा किए जा रहे विभिन्न कार्यों की प्रगति की समीक्षा करते हुए उपराज्यपाल ने यात्रा के मार्ग में विभिन्न स्थानों पर पर्याप्त व्यवस्था और अपेक्षित सुविधाएं सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर बल दिया। प्रवक्ता ने बताया कि उन्होंने श्रीनगर के पंथा चौक स्थित यात्री निवास में क्षमता बढ़ाने का भी आह्वान किया।
उन्होंने बताया कि बैठक में चल रही परियोजनाओं, यात्रा से संबंधित सूचनाओं के प्रसार, यात्रियों, सेवा प्रदाताओं, टट्टुओं को बीमा कवर, तीर्थस्थल बोर्ड द्वारा ऑनलाइन सेवाओं के विस्तार, यात्रा मार्गों के चौड़ीकरण और रखरखाव पर भी चर्चा की गई।
प्रवक्ता ने बताया कि बैठक में पवित्र गुफा और निचली पवित्र गुफा क्षेत्र में भीड़भाड़ कम करने के उपाय, आपदा तैयारी और न्यूनीकरण उपाय, हेली सेवाओं की पर्याप्त व्यवस्था, चिकित्सा देखभाल सुविधाएं, मौसम पूर्वानुमान संबंधी बुनियादी ढांचे और सुरक्षा समेत अन्य मुद्दों पर भी विस्तार से चर्चा की गई।
एलजी ने बोर्ड के सदस्यों को बधाई दी और यात्रा के सफल संचालन में उनके बहुमूल्य योगदान और निरंतर मार्गदर्शन के लिए आभार व्यक्त किया।