पहलगाम अटैक के बाद भारतीय सुरक्षाबलों ने ऑपरेशन सिंदूर चलाया, जिसमें पाकिस्तान और आतंकवादियों को एक ऐसा करारा सबक दिया गया जिसे वे लंबे समय तक नहीं भूल पाएंगे। इस ऑपरेशन को लेकर विपक्षी कांग्रेस लगातार सरकार से सवाल पूछ रही है। इसी बीच कांग्रेस नेता अलका लांबा की जुबान फिसलने से नया राजनीतिक विवाद जन्म ले गया है। दरअसल, ऑपरेशन सिंदूर पर सवाल उठाते हुए अलका लांबा ने गलती से इसे ‘ऑपरेशन ब्लू स्टार’ कह दिया, जिससे भाजपा हमलावर हो गई। इसके बाद अलका लांबा ने जोरदार पलटवार किया।
अलका लांबा ने जुबान फिसलने पर कहा, “मेरी प्रेस कॉन्फ्रेंस में जिन गंभीर मुद्दों को मैंने उठाया, उन्हें BJP के नेताओं ने न केवल ध्यान से सुना, बल्कि हर शब्द को नोट भी किया। मैं इसका आभार व्यक्त करती हूं। अगर मेरी जुबान से ऑपरेशन सिंदूर की जगह कुछ और निकल गया, तो भाजपा ने उसी गलती को मुद्दा बनाकर सच्चे सवालों से ध्यान भटकाने और मुझे निशाना बनाने का मौका पाया।” उन्होंने आगे कहा, “लेकिन जनता जानती है कि असली मुद्दे क्या हैं।”
Congress has totally lost it.
— Pradeep Bhandari(प्रदीप भंडारी)🇮🇳 (@pradip103) May 25, 2025
Congress wants a special session on "Operations Blue Star"
Everyone in Congress is aping Rahul Gandhi in dumbness
😂😂😂😂 pic.twitter.com/h1AkFAMCfB
आज मेरी प्रेस कांफ्रेंस में जिन मुद्दों को मैंने उठाया, वे इतने गंभीर थे कि “बद-ज़ुबान पार्टी” BJP के नेताओं ने न केवल मेरी बातों को ध्यान से सुना, बल्कि एक-एक शब्द नोट भी किया। इसके लिए मैं उनका धन्यवाद करती हूँ।
— Alka Lamba 🇮🇳 (@LambaAlka) May 25, 2025
यदि मेरी ज़ुबान से एक बार #ऑपरेशन_सिंदूर की जगह कुछ और निकल गया,…
अलका लांबा का सटीक पलटवार
अलका लांबा ने इस विवाद पर जवाब देते हुए कहा, “क्या बीजेपी उन नेताओं की तरफ से माफी मांगेगी जिन्होंने बहादुर सेना अफसर कर्नल सेफिया कुरैशी पर विवादित बयान दिए? क्या वे उन नेताओं को पार्टी से निकालेंगे जिन्होंने शहीदों के परिवारों और महिलाओं का अपमान किया? क्या ऐसे नेताओं को जेल भेजा जाएगा?” इसके अलावा उन्होंने संसद का विशेष सत्र बुलाने और सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग भी की।
भाजपा का हमलावर रुख
अलका लांबा के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने इसे जानबूझकर की गई शरारत और मानसिकता की गलती बताया। उन्होंने कहा, “यह कोई सामान्य गलती नहीं, बल्कि कांग्रेस की सेना को कमजोर करने की रणनीति है। खरगे जी, मंजूनाथ, चन्नी और अब अलका लांबा—सबने मिलकर ऐसा किया। क्या अब ऑपरेशन ब्लू स्टार भी कांग्रेस का हथियार बन गया?”