
कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर केंद्र सरकार की विदेश नीति पर बड़ा हमला बोला है। बुधवार को उन्होंने आरोप लगाया कि ऑपरेशन सिंदूर के मामले में भारत को किसी भी देश का समर्थन नहीं मिला, जिससे यह साफ होता है कि हमारी विदेश नीति पूरी तरह विफल हो गई है।
राहुल गांधी ने इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार को घेरते हुए कहा, “किसी देश ने हमारा समर्थन नहीं किया। मोदी सरकार ने हमारी विदेश नीति तबाह कर दी है।”
उन्होंने साथ ही अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस दावे पर भी सवाल खड़े किए जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध को उन्होंने रुकवाया। राहुल गांधी ने कहा, “ट्रंप 25 बार कह चुके हैं कि उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर रुकवाया। इसमें कुछ गड़बड़ है।”
बता दें कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए एक बड़े आतंकी हमले में 26 सैलानियों की हत्या कर दी गई थी। इसके जवाब में भारतीय सेना ने 7 मई को पाकिस्तान में घुसकर आतंकवादी ठिकानों पर हमला किया था, जिसे ऑपरेशन सिंदूर नाम दिया गया।
भारत सरकार ने इसके बाद अमेरिका समेत कई देशों में प्रतिनिधिमंडल भेजे, ताकि इस ऑपरेशन पर समर्थन हासिल किया जा सके। लेकिन राहुल गांधी का कहना है कि इन तमाम कोशिशों के बावजूद किसी भी देश से सहयोग नहीं मिला।
हालांकि, इस दौरान एक सकारात्मक बात यह रही कि अमेरिका ने लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े आतंकी संगठन TRF (The Resistance Front) को आतंकवादी संगठन घोषित किया है। गौरतलब है कि TRF ने ही पहलगाम हमले की जिम्मेदारी ली थी।
राहुल गांधी के इस बयान ने एक बार फिर भारत की विदेश नीति और रक्षा रणनीति को लेकर सियासी बहस को तेज कर दिया है। विपक्ष सरकार से यह जानना चाहता है कि आखिर इतने अहम ऑपरेशन के बावजूद अंतरराष्ट्रीय समर्थन क्यों नहीं मिला, और ट्रंप के दावे की सच्चाई क्या है?














