न्यूज़
Trending: Narendra Modi Rahul Gandhi Jyoti Malhotra Operation Sindoor Pahalgam Attack IPL 2025

महाकुंभ 2025: संगम स्नान के बाद इन मंदिरों के दर्शन न करें तो अधूरी है तीर्थयात्रा

महाकुंभ में स्नान के बाद तीर्थयात्रा का महत्व और भी बढ़ जाता है जब श्रद्धालु पास के पवित्र मंदिरों के दर्शन करते हैं। इन मंदिरों की यात्रा किए बिना तीर्थयात्रा को अधूरी माना जाता है। आइए जानते हैं उन मंदिरों के बारे में, जहां महाकुंभ स्नान के बाद जाना अत्यंत जरूरी है।

Posts by : Nupur Rawat | Updated on: Sat, 11 Jan 2025 09:06:27

महाकुंभ 2025: संगम स्नान के बाद इन मंदिरों के दर्शन न करें तो अधूरी है तीर्थयात्रा

महाकुंभ 2025 का पहला शाही स्नान 14 जनवरी को है, लेकिन महाकुंभ का आयोजन 13 जनवरी से ही प्रारंभ हो रहा है। इस दौरान लाखों-करोड़ों श्रद्धालु संगम पर अपने आस्था की डुबकी लगाने पहुंचेंगे। महाकुंभ 26 फरवरी को अपने अंतिम शाही स्नान के साथ समाप्त होगा। महाकुंभ में स्नान के बाद तीर्थयात्रा का महत्व और भी बढ़ जाता है जब श्रद्धालु पास के पवित्र मंदिरों के दर्शन करते हैं। इन मंदिरों की यात्रा किए बिना तीर्थयात्रा को अधूरी माना जाता है। आइए जानते हैं उन मंदिरों के बारे में, जहां महाकुंभ स्नान के बाद जाना अत्यंत जरूरी है।

mahakumbh 2025 itinerary,post-sangam snan temples,triveni sangam visit,shahi snan 2025,patalpuri temple tour,kumbh mela cultural events,spiritual discourses at kumbh mela,kumbh mela

लेटे हुए हनुमान जी मंदिर

पौराणिक कथाओं में बजरंगबली को उनके अद्वितीय चमत्कारों के लिए जाना जाता है। प्रयागराज में स्थित लेटे हुए हनुमान जी का मंदिर बजरंगबली के ऐसे ही एक चमत्कारी रूप को समर्पित है। यह भारत का एकमात्र मंदिर है जहां हनुमान जी लेटे हुए स्वरूप में हैं। प्रतिमा की लंबाई लगभग 20 फीट है, और इसे देखने के लिए श्रद्धालु दूर-दूर से आते हैं। किंवदंतियों के अनुसार, जब हनुमान जी लंका विजय के बाद लौट रहे थे, तो उन्होंने इस स्थान पर विश्राम किया था। ऐसा माना जाता है कि संगम स्नान के बाद यदि इस मंदिर के दर्शन नहीं किए, तो आपकी तीर्थयात्रा अधूरी मानी जाती है। यहां आने वाले भक्तों का मानना है कि मंदिर में दर्शन करने से उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। विशेष अवसरों पर मंदिर में भक्तों की लंबी कतारें लगती हैं। महाकुंभ के समय इस स्थान पर विशेष पूजा-अर्चना और भंडारे का आयोजन भी होता है। यह स्थान न केवल धार्मिक बल्कि आध्यात्मिक शांति का अनुभव कराने वाला है।

mahakumbh 2025 itinerary,post-sangam snan temples,triveni sangam visit,shahi snan 2025,patalpuri temple tour,kumbh mela cultural events,spiritual discourses at kumbh mela,kumbh mela

नाग वासुकी मंदिर

प्रयागराज के संगम तट से उत्तर दिशा में स्थित नाग वासुकी मंदिर प्राचीन मान्यताओं और धार्मिक आस्थाओं का केंद्र है। पौराणिक कथा के अनुसार, समुद्र मंथन के समय नाग वासुकी को सुमेरु पर्वत के चारों ओर रस्सी के रूप में उपयोग किया गया था। इससे वे अत्यधिक घायल हो गए थे। तब भगवान विष्णु ने उन्हें इस स्थान पर विश्राम करने और अपनी शक्ति पुनः प्राप्त करने का वरदान दिया था। माना जाता है कि इस मंदिर में दर्शन करने से सर्प दोष से संबंधित सभी समस्याओं का समाधान होता है। यह मंदिर नाग देवता के प्रति श्रद्धा व्यक्त करने और उनकी कृपा पाने का एक प्रमुख स्थान है। नाग वासुकी मंदिर की वास्तुकला भी काफी आकर्षक है। यहां स्थापित मूर्तियां और प्राचीन शिलालेख इसकी ऐतिहासिकता को उजागर करते हैं। महाकुंभ के दौरान यहां विशेष अनुष्ठान और हवन आयोजित किए जाते हैं, जिनमें शामिल होना एक अद्वितीय आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करता है।

mahakumbh 2025 itinerary,post-sangam snan temples,triveni sangam visit,shahi snan 2025,patalpuri temple tour,kumbh mela cultural events,spiritual discourses at kumbh mela,kumbh mela

अलोपी देवी मंदिर

प्रयागराज में स्थित अलोपी देवी मंदिर एक ऐसा शक्तिपीठ है, जहां मां दुर्गा के अलौकिक रूप की पूजा होती है। यहां देवी की प्रतिमा के बजाय एक पालना विराजमान है, जिसे चुनरी से ढका जाता है। श्रद्धालु इस पालने की पूजा करते हैं। यह स्थान माता के प्रति असीम भक्ति और शक्ति के प्रतीक के रूप में जाना जाता है। पौराणिक कथा के अनुसार, जब भगवान शिव मां सती के शरीर को लेकर विचरण कर रहे थे, तो उनके शरीर का दाहिना हाथ यहां गिरा था, जो बाद में विलुप्त हो गया। इसीलिए इस स्थान को अलोपशंकरी देवी कहा जाता है। महाकुंभ के दौरान इस मंदिर में विशेष आयोजन किए जाते हैं। भक्तगण यहां अपने दुखों को दूर करने और आशीर्वाद पाने के लिए आते हैं। ऐसा माना जाता है कि इस मंदिर में दर्शन किए बिना संगम स्नान अधूरा है। मंदिर का वातावरण अद्भुत आध्यात्मिक ऊर्जा से भरा रहता है, जो श्रद्धालुओं को अपार शांति और सुख प्रदान करता है।

mahakumbh 2025 itinerary,post-sangam snan temples,triveni sangam visit,shahi snan 2025,patalpuri temple tour,kumbh mela cultural events,spiritual discourses at kumbh mela,kumbh mela

अक्षयवट मंदिर

प्रयागराज का अक्षयवट एक ऐसा स्थान है, जिसकी महिमा अनंत है। यहां का प्राचीन वट वृक्ष (बरगद का पेड़) श्रद्धालुओं के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र है। पुराणों में वर्णित है कि जब प्रलय के समय पूरी पृथ्वी जलमग्न हो जाती है, तब भी यह वट वृक्ष अक्षुण्ण रहता है। इसे ही अक्षयवट कहा गया है। यह वट वृक्ष पातालपुरी मंदिर के भीतर स्थित है और इसकी आयु सैकड़ों वर्षों से भी अधिक बताई जाती है। श्रद्धालु इस वृक्ष के नीचे ध्यान लगाकर अपार शांति और ईश्वरीय अनुभूति प्राप्त करते हैं। ऐसा माना जाता है कि यहां आकर मनुष्य को अपने सारे पापों से मुक्ति मिलती है। महाकुंभ के दौरान इस स्थान पर विशेष पूजा-पाठ का आयोजन किया जाता है। अक्षयवट के दर्शन से जुड़ी एक और मान्यता है कि यहां आकर व्यक्ति को जीवन में स्थायित्व और समृद्धि का वरदान मिलता है। इस स्थान की आध्यात्मिक ऊर्जा और पवित्रता यहां आने वाले प्रत्येक व्यक्ति के जीवन को सकारात्मक रूप से प्रभावित करती है।

राज्य
View More

Shorts see more

रोज़ सुबह पिएं सूखे आंवले और जीरे का पानी, शरीर में होंगे ये 6 चमत्कारी बदलाव!

रोज़ सुबह पिएं सूखे आंवले और जीरे का पानी, शरीर में होंगे ये 6 चमत्कारी बदलाव!

  • आंवला-जीरा पानी पाचन और इम्यूनिटी बढ़ाता है
  • आंवला में विटामिन C होता है
  • जीरे में आयरन और कैल्शियम है
read more

ताजा खबरें
View More

कानपुर में कनपुरिया अंदाज में बोले पीएम मोदी, आतंक को मिलेगा माक़ूल जवाब, अब दुश्मन कहीं भी छिपे, होंक दिया जाएगा
कानपुर में कनपुरिया अंदाज में बोले पीएम मोदी, आतंक को मिलेगा माक़ूल जवाब, अब दुश्मन कहीं भी छिपे, होंक दिया जाएगा
रोहित शर्मा क्या तोड़ पाएंगे प्लेऑफ का अपना जादू? MI के सामने एलिमिनेटर से पहले बड़े सवाल
रोहित शर्मा क्या तोड़ पाएंगे प्लेऑफ का अपना जादू? MI के सामने एलिमिनेटर से पहले बड़े सवाल
 सरकारी इंजीनियर के घर से बरामद हुए ₹2.1 करोड़ नकद, घबराकर खिड़की से दनादन फेंकने लगा 500-500 की गड्डियां
सरकारी इंजीनियर के घर से बरामद हुए ₹2.1 करोड़ नकद, घबराकर खिड़की से दनादन फेंकने लगा 500-500 की गड्डियां
Housefull 5 में दो अलग-अलग क्लाइमैक्स – क्या है ये नई तरकीब और क्यों मानी जा रही है गेम-चेंजर?
Housefull 5 में दो अलग-अलग क्लाइमैक्स – क्या है ये नई तरकीब और क्यों मानी जा रही है गेम-चेंजर?
अरशद वारसी, उनकी पत्नी समेत 59 लोग एक साल के लिए शेयर बाजार से प्रतिबंधित
अरशद वारसी, उनकी पत्नी समेत 59 लोग एक साल के लिए शेयर बाजार से प्रतिबंधित
राजनाथ सिंह का खुलासा - ऑपरेशन सिंदूर के दौरान नेवी ने पाक पर दागी थीं टॉरपीडो और मिसाइलें
राजनाथ सिंह का खुलासा - ऑपरेशन सिंदूर के दौरान नेवी ने पाक पर दागी थीं टॉरपीडो और मिसाइलें
IPL 2025 में शुभमन गिल की कप्तानी में आया बड़ा बदलाव, सुनील गावस्कर ने बताया कारण
IPL 2025 में शुभमन गिल की कप्तानी में आया बड़ा बदलाव, सुनील गावस्कर ने बताया कारण
अजय देवगन की 'Drishyam 3' पर शुरू हुआ काम? वायरल लेटर से बढ़ी अटकलें
अजय देवगन की 'Drishyam 3' पर शुरू हुआ काम? वायरल लेटर से बढ़ी अटकलें
कमल हासन की फिल्म Thug Life कर्नाटक में प्रतिबंधित, कन्नड़ भाषा विवाद के चलते KFCC का फैसला
कमल हासन की फिल्म Thug Life कर्नाटक में प्रतिबंधित, कन्नड़ भाषा विवाद के चलते KFCC का फैसला
भारत में कोरोना के 4 नए वैरिएंट की एंट्री, बढ़ रही हैं मौतें; जानिए राज्यवार स्थिति
भारत में कोरोना के 4 नए वैरिएंट की एंट्री, बढ़ रही हैं मौतें; जानिए राज्यवार स्थिति
2 News : जब 9वीं में थीं सुरवीन तो उनके सामने ही शख्स ने की शर्मनाक हरकत, सारा-इब्राहिम संग पलक का वीडियो वायरल
2 News : जब 9वीं में थीं सुरवीन तो उनके सामने ही शख्स ने की शर्मनाक हरकत, सारा-इब्राहिम संग पलक का वीडियो वायरल
शशि थरूर को लेकर शिंदे गुट के नेता संजय निरुपम ने दिया बड़ा बयान, कांग्रेस को भी लपेटा
शशि थरूर को लेकर शिंदे गुट के नेता संजय निरुपम ने दिया बड़ा बयान, कांग्रेस को भी लपेटा
2 News : अबराम ने इनके साथ मनाया 12वां जन्मदिन, वीडियो वायरल, कृष्णा को धर्मेंद्र ने इस अंदाज में किया बर्थडे विश
2 News : अबराम ने इनके साथ मनाया 12वां जन्मदिन, वीडियो वायरल, कृष्णा को धर्मेंद्र ने इस अंदाज में किया बर्थडे विश
2 News : 70 साल के परेश को सुनील ने ऐसे किया बर्थडे विश, हॉस्पिटल से डिस्चार्ज हुए पवनदीप ने शेयर की यह फोटो
2 News : 70 साल के परेश को सुनील ने ऐसे किया बर्थडे विश, हॉस्पिटल से डिस्चार्ज हुए पवनदीप ने शेयर की यह फोटो