घूमने के लिए जा रहे हैं ओडिशा, जरूर करें इन 8 ऑफबीट डेस्टिनेशन को एक्सप्लोर
By: Priyanka Maheshwari Tue, 30 Apr 2024 08:44:01
ट्रेवलिंग के शौकीन लोग हर बार नई डेस्टिनेशन पर घूमने जाना पसंद करते हैं। देखा जा रहा हैं कि इस समय लोग धार्मिक स्थल जगन्नाथ पुरी जाना पसंद कर रहे हैं, जो कि ओडिशा में स्थित हैं। जब भी कभी लोग जगन्नाथ घूमने का प्लान बनाते हैं, तो वहां के आसपास की प्रसिद्द जगहों को भी एक्सप्लोर करना पसंद करते है। वहीं अगर बात हो ऑफबीट प्लेसिस को एक्सप्लोर करने की तो घूमने की ये एक्साइटमेंट डबल हो जाती हैं, क्योंकि शहरों की भीड़-भाड़ से दूर ये ऑफबीट डेस्टिनेशन शांत और खूबसूरत होती है। ऐसे में आज हम आपके लिए ओडिशा की कुछ ऑफबीट डेस्टिनेशन की जानकारी लेकर आए हैं जहां घूमने जाना आपके सफ़र को एक्साइटिंग बनाएगा। आइये जानते हैं इन जगहों के बारे में...
जैपोर
अगर आपको नेचुरल ब्यूटी अच्छी लगती है तो आपको जैपोर का रुख जरूर करना चाहिए। यहां पर आपको दूर-दूर तक बड़ी-बड़ी चट्टानें, खूबसूरत झरने और हरी-भरी वादियां देखने को मिलती हैं और इनकी यादें लंबे वक्त तक आपके जहन में बनी रहती हैं। जैपोर में आप गुप्तेश्वर केव्स, सुनाबेदा, दुदुमा फॉल्स, जगन्नाथ सागर, हाटीपत्थर और कोलाब फॉल्स देखने के लिए जा सकती हैं। इसके पास ही देवमाली चोटी है, जो ओडिशा की सबसे ऊंची चोटी है।
रघुराजपुर
ओडिशा का यह छोटा सा गांव कला और दस्ताकारी का खुला संग्रहालय है। जहाँ गाँव का एक व्यक्ति छोड़ दूसरा व्यक्ति इस कलात्मक शिल्प और दस्तलकारी से जुड़ा हुआ है। यहाँ के कलाकार अपने कुशल हाथों से शिल्पीक कपड़े, कागज और ताड़ के पत्तों पर जादू कर देते हैं। साथ ही यहाँ के लोग पत्ता नक्काशी, पत्थर की नक्काशी के रूप में हस्तशिल्प की विभिन्न किस्मों में भी माहिर हैं। गांव का हर व्यक्ति अपने पूर्वजों से इस कला को हासिल किये हुए है। यहाँ आकर आप हर घर की बाहरी दीवारों पर चित्रित भित्ति चित्र देख सकते हैं।
बार्बिल
केन्दुझर में कारो नदी के किनारे एक छोटा सा खूबसूरत डेस्टिनेशन है बार्बिल। हालांकि इसके बारे में बहुत ज्यादा लोग नहीं जानते हैं, लेकिन यहां के घने जंगल और शहर के शोर-शराबे से दूर प्राकृतिक सुंदरता आपका मन मोह लेते हैं। यहां आप हवा महल, गोनासिका, ठाकुरनी हिल्स, मुर्गा महादेव वॉटरफॉल्स, उलीबुरु रिजर्व फॉरेस्ट, हनुमान मंदिर और शिव मंदिर आदि घूम सकती हैं।
राउरकेला
राउरकेला शहर ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले में स्थित है। राउरकेला शहर पूरे भारत में इस्पात शहर के नाम से प्रसिद्ध है। इस शहर में सेल का अपना स्टील प्लांट है, इसलिए इस शहर को इस्पात शहर कहा जाता है। इस शहर की एक खास बात यह है कि इसे मिनी इंडिया कहा जाता है, क्योंकि पूरे ओडिशा में देखा जाए तो राउरकेला एक ऐसा शहर है जहां पूरे भारत के लोग रहते हैं। राउरकेला शहर ओडिशा में भुवनेश्वर के बाद दूसरा स्मार्ट सिटी शहर है। राउरकेला शहर औद्योगिक क्षेत्र होने के बावजूद यहां का वातावरण बहुत अच्छा है और यह घूमने के लिए बहुत ही खूबसूरत जगह है। अपनी राउरकेला यात्रा के दौरान स्थानीय उड़िया व्यंजनों जैसे चुंगड़ी मलाई, दही मटका और भिंडी भुन का स्वाद लें। इनमें आपको साउथ-इंडियन और बंगाली फ्लेवर का कॉम्बिनेशन मिलेगा।
पारादीप
ओडिशा का पारादीप अपने सी पोर्ट्स के लिए फेमस है। बंगाल की खाड़ी और महानदी के संगम पर स्थित पारादीप में आपको बड़े-बड़े जहाज नजर आते हैं। यहां आप पारादीप पोर्ट के साथ गहीरमाथा सैंक्चुअरी, बीच, लाइटहाउस और झंकड़ जैसी जगहें घूमने जा सकती हैं।
बरहामपुर
ब्रह्मपुर या बरहामपुर जैसा कि इसे कहा जाता है, दक्षिणी ओडिशा का सबसे बड़ा शहर और प्रवेश द्वार है। ब्रह्मपुर पूर्वी भारतीय राज्य ओडिशा के पूर्वी तट पर स्थित एक शहर है। यह 350,000 की आबादी वाला ओडिशा का तीसरा सबसे बड़ा शहर है। यह एक व्यापारिक केंद्र है। ब्रह्मपुर को प्रसिद्ध सिल्क बैंड साड़ियों के कारण सिल्क सिटी के नाम से भी जाना जाता है। यह शहर थिएटर और सिनेमा के अपने प्यार के लिए जाना जाता है। सचमुच गंजम कला परिषद और प्रकाशम हॉल देश के सबसे पुराने थिएटर हॉल में से एक है। श्री सीताराम शिशियां टॉकीज ओडिशा का सबसे पुराना सिनेमा हॉल है जिसे 1927 में स्थापित किया गया था।
संबलपुर
यह इलाका भी बहुत ज्यादा फेमस नहीं है। यहां आपको नेचुरल ब्यूटी और कई ऐतिहासिक स्थलों के दर्शन होते हैं और इन्हें विजिट करना आपके लिए एक अनूठा एक्सपीरियंस रहता है। यहां आप हीराकुंड डैम, कैटल आइलैंड, पिचलिमा, हुमा, सामलेश्वरी मंदिर, विक्रमखोल, हाटीबाड़ी और ऊषाकोठी वाइल्ड लाइफ सैंक्चुअरी जैसी जगहों पर घूमने का मजा ले सकती हैं।
गोपालपुर
गोपालपुर उड़ीसा की दक्षिणी सीमा रेखा पर स्थित एक तटीय शहर है। यह स्थान बंगाल की खाड़ी के पास स्थित है। पहले गोपालपुर मछली पकड़ने के एक छोटे से गांव के रूप में जाना जाता था लेकिन अंग्रेजों के सत्ता में आने के बाद इस गांव का भाग्य बदल गया। इस बंदरगाह का उपयोग ईस्टन इंडिया कंपनी द्वारा एक महत्वपूर्ण व्यापारिक केंद्र के रूप में किया जाता था। यह शहर आंध्र प्रदेश के करीब स्थित है और यही कारण है कि यह कई महत्वपूर्ण लाभ प्रदान करता है। यहां कई धार्मिक स्थल भी स्थित हैं, जिनमें माता तारा तारिणी हिल तीर्थ, बाला कुमारी मंदिर और श्री श्री सिद्धि विनायक पीठ शामिल हैं। आप यहां सोनपुर बीच, आर्यपाली बीच और गोपालपुर बीच देखने जा सकते हैं।