पसीना सोखने के साथ ही खुशबू भी देता है पाउडर, पर गम्भीर बीमारियों की जड़ है टैल्कम पाउडर
By: Geeta Sat, 12 Aug 2023 10:01:58
आमतौर पर यह देखा जाता है कि नहाने के बाद पुरुष, महिला और छोटे-बड़े बच्चे सभी अपने शरीर पर टैल्कम पाउडर लगाते हैं। लोगों का मानना है कि टैल्कम पाउडर न सिर्फ खुशबू देता है, बल्कि पसीने को भी रोकता है। पाउडर से उठने वाली सुगंधित खुशबू महिलाओं को इतनी प्रिय होती है कि वे अक्सर अपने और अपने शिशु के लिए इसका इस्तेमाल करती हैं, लेकिन अगर आप रोजाना टैल्कम पाउडर का इस्तेमाल करते हैं, तो सावधान हो जाएं। आपको ये आदत भारी पड़ सकती है। इसके कई तरह के नुकसान होते हैं। नुकसान बताने से पहले हम अपने पाठकों को प्रसिद्ध फार्मा कम्पनी जॉनसन एण्ड जॉनसन के बारे में बताएंगे जो जिसके द्वारा निर्मित टैल्कम पाउडर पूरे विश्व में सर्वाधिक तादाद में बिकता था। इस अमेरिकी फार्मा कंपनी पर अमेरिका में 32,000 करोड़ रुपये (4.7 बिलियन डॉलर) का भारी-भरकम जुर्माना लगाया गया है। कंपनी के पाउडर प्रॉडक्ट्स की वजह से गर्भाशय का कैंसर होना पाया गया है और इसी की वजह से उस पर यह जुर्माना लगाया गया। कंपनी पर लगाया गया यह अब तक का सबसे भारी जुर्माना है। शिकायत करने वाली महिलाओं का कहना था कि टैलकम पाउडर आधारिक प्रॉडक्ट्स की वजह से उसमें मौजूद एसबेस्टस उनके गर्भाशय में चला गया, जिससे उन्हें कैंसर हो गया। ऐसा नहीं है कि टैल्कम पाउडर से सिर्फ महिलाओं को ही नुकसान होता है अपितु इससे छोटे बच्चों को भी नुकसान होता है।
बेबी को नहलाने के बाद तैयार करते वक्त मांएं उनको पाउडर जरूर लगाती हैं। ऐसा करने से उन्हें लगता है कि दूध की बदबू या बच्चे को रैशेज वगैरह कम होंगे, लेकिन कई बार ये गलती भारी पड़ जाती है। एक अध्ययन में इस बात का खुलासा हुआ है कि छोटे बच्चे को टेलकम पाउडर लगाना कितना नुकसानदायक हो सकता है। तो वहीं कुछ रिसर्च रिपोर्ट्स के अनुसार बेबी पाउडर में मौजूद एस्बेस्टस केमिकल बच्चे की स्किन को नुकसान पहुंचा सकते हैं। ऐसे बेबी पाउडर के साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं। कई कैंसर इंस्टीट्यूट ने इस बात का खुलासा किया है कि प्राइवेट पार्ट या उसके आसपास टेलकम पाउडर के इस्तेमाल से इसमें मौजूद टेल्क कैंसर जैसी गंभीर बीमारी की संभावना को बढ़ा सकते हैं।
यहां हम टैल्कम पाउडर के इस्तेमाल से होने वाले नुकसान की चर्चा करेंगे
साँस लेने में परेशानी
टेलकम पाउडर से सांस लेने में प्रॉब्लम हो सकती है, खास तौर पर शिशुओं में। साइनस और अस्थमा पेशंट्स में भी इससे परेशानी महसूस होती है। अमेरिकन एकेडमी ऑफ़ पीडियाट्रिक्स की तरफ से कहा गया है कि इसके इस्तेमाल में कमी लाई जाए।
यूट्रस में जलन की शिकायत
बहुत सी महिलाएं वैजाइना की बदबू दूर करने के लिए खुशबूदार पाउडर का इस्तेमाल करती हैं। यूट्रस में इसके कण जा सकते हैं। ये कण पहले फेलोपिन ट्यूब में और वहां से यूट्रस तक पहुंच जाते हैं। मुश्किल ये होती है कि ये कण यहां से आसानी से नहीं निकलते। इसकी वजह से यूट्रस में जलन और यूट्रस कैंसर जैसी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। एक स्टडी के मुताबिक हर 5 में से 1 महिला वैजाइनल बदबू के लिए पाउडर इस्तेमाल करती है। प्राइवेट पार्ट्स में पाउडर इस्तेमाल करने वाली महिलाओं में यूट्रस कैंसर होने का खतरा सामान्य महिलाओं की तुलना में ज्यादा होता है।
फेफड़ों का कैंसर
सामान्य रूप से अगर महिलाएं पाउडर का बहुत ज्यादा इस्तेमाल करती हैं तो वह सांस के माध्यम से शरीर के भीतर जाकर शरीर के लिए समस्याएं पैदा कर सकता है। इससे फेफड़ों से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं और आगे चलकर यह फेफड़ों के कैंसर में भी बदल सकती हैं।
त्वचा हो सकती है शुष्क
टैल्कम पाउडर आपकी स्किन को रूखी बना देता है। तैलीय समस्या दूर करने के लिए आप नई समस्या को घर बुला लेते हैं। नई समस्या है स्किन का रूखापन। टैल्कम पाउडर स्किन के रूखेपन का एक बड़ा कारण है। यही नहीं आपकी स्किन में रेडनेस भी आ सकती है।
स्किन इंफैक्शन
गर्मियों में अंडर आर्म्स में अधिक पसीने आते हैं। आमतौर पर ये पसीने से भीगे ही रहते हैं। ऐसे में अधिकतर लोग अंडर आर्म्स से आने वाली पसीने की बदबू को रोकने के लिए टैल्कम पाउडर लगाते हैं। इससे खुशबू बनी रहती है और पसीने से इरीटेशन कम हो जाती है। टैल्कम पाउडर में सबसे अधिक स्टार्च होता है। ये स्टार्च पसीने को सुखाता है लेकिन आपकी त्वचा को इंफेक्शन दे सकता है। कहने का मतलब है कि टैल्कम पाउडर स्किन इंफेक्शन के खतरे को काफी हद तक बढ़ा देता है।
एंडोमेट्रियल कैंसर
एक स्टडी में यह भी पाया गया कि जो महिलाएं ज्यादा टेलकम पाउडर इस्तेमाल करती हैं और मेनोपॉज के बाद भी इस्तेमाल जारी रखती हैं, उनमें एंडोमेट्रियल कैंसर होने की आशंका ज्यादा होती है।
बंद हो जाते हैं रोम छिद्र
हमारे शरीर पर रोम छिद्र होते हैं जो टैल्कम पाउडर के इस्तेमाल से बंद हो जाते हैं। पाउडर इतना बारीक या महीन होता है कि आपके रोम छिद्रों को आसानी से बंद कर सकता है। ये पाउडर आपके भीतर से पसीने को बाहर नहीं आने देता और इससे त्वचा रोग की आशंका काफी बढ़ जाती है। रोम छिद्र खुले होते हैं तो पसीना आसानी से बाहर निकलता है। पसीना आना भी जरूरी है इससे कई तरह के त्वचा रोगों से बचा जा सकता है।
चेहरे पर भर जाते हैं मुंहासे
चेहरे पर पाउडर लगाने से मुंहासों की समस्या बढ़ सकती है क्योंकि, टेल्कम पाउडर चेहरे के रोम छिद्रों को बंद कर देता है, जिसमें गंदगी जमा होती रहती है और पसीना निकल नहीं पाता है। इसके कारण चेहरे पर मुंहासे आने लगते हैं और यह बहुत ज्यादा हो जाते हैं।
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