एक मिसाल है नवाजुद्दीन सिद्दीकी नवयुवको के लिए
By: Kratika Fri, 19 May 2017 11:40:21
अपने जीवन में कडा संघर्ष करने के बाद नवाज़ उद्दीन ने ऐसा मुकाम हासिल कर लिया है जहा उनकी गिनती बेहतरीन एक्टर के रूप में होती है. आज नवाज़ 42साल के हो चुके है. मुज्ज़फर नगर के छोटे से गाँवमें जन्मे नवाज़ ने बॉलीवुड में अपनी पहचान खुद बनाई है. नवाज़ बॉलीवुड के तीनो खानों के साथ काम क्र चुके है. आईये जाने उनके बारे में कुछ और दिलचस्प बाते।
नवाज़ बहुत ही साधारण परिवार से है।उनके पिता किसान थे और उनके 8 भाई बहन थे। शुरूआती स्कूलिंग के बाद नवाज हरिद्वार पहुंचे जहां उन्होंने गुरुकुल कांगड़ी यूनिवर्सिटी से साइंस में ग्रेजुएशन किया। उसके बाद वो दिल्ली आ गए।
दिल्ली में नवाज़ुद्दीन को अपने खर्चे चलाने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ता था। बहुत खोजने के बाद उन्हें चौकीदार की नौकरी मिली। इस नौकरी को पाने के लिए भी नवाज ने बहुत संघर्ष किये। दिल्ली में ही उन्होंने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में दाखिला ले लिया और 1996 में वहां से ग्रेजुएट होकर निकले। उसके बाद नवाज 'साक्षी थिएटर ग्रुप' के साथ जुड़ गए जहां उन्हें मनोज वाजपेयी और सौरभ शुक्ला जैसे कलाकारों के साथ काम करने का मौका मिला। इसके बाद वो मुंबई चले आये।
मुंबई में उन्होंने संघर्ष का ऐसा समय भी देखा की वह एक समय खाना खाते
तो दूसरे समय के लाले पड़ जाते। उन्होंने कई बार सोचा की सब
कुछ छोड़कर वापस गांवचले जाये, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और वो डटे रहे। और इसका नतीजा आज हम सब जानते है।
मुंबई में वो लगातार रिजेक्ट होते रहे.उन्होंने कई छोटी-बड़ी फिल्मों में छोटे-छोटे किरदार किये जैसे वेटर, चोर, मुखबीर आदि। लेकिन, असली पहचान उन्हें 'पीपली लाइव', 'कहानी', 'गैंग्स ऑफ वासेपुर', 'द लंच बॉक्स' जैसी फिल्मों से मिली।
अब तक लोगों ने नवाज की प्रतिभा को पहचान लिया था और फिर उनके करियर की गाड़ी चल निकली। हाल ही में शाह रुख खान के साथ 'रईस' में भी उनके अभिनय की खूब तारीफ हुई। फिल्मफेयर अवार्ड तक जीत चुके नवाज इन दिनों अपनी फिल्म मुन्ना माइकल, बाबु मोशाय बन्दुकबाज आदि की शूटिंग में व्यस्त हैं।
कामयाबी पाने के बाद भी नवाज बिलकुल नहीं बदले हैं। वो फिल्मी पार्टियों से दूर रहते हैं। सादा जीवन जीते हैं। लेकिन, एक्टिंग दमदार करते हैं। 'मांझी: The Mountain Man' में उनका एक संवाद है - "भगवान के भरोसे मत बैठो, क्या पता भगवान ही तुम्हारे भरोसे बैठा हो!" वाकई, नवाज ने कर दिखाया है! नवाज उन लोगों के लिए एक मिसाल हैं, जो लोग यहां मायानगरी में एक्टर बनने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।