शेफाली जरीवाला... एक ऐसा नाम जिसने महज़ एक गाने ‘कांटा लगा’ से देशभर के युवाओं को दीवाना बना दिया था। साल 2002 में रिलीज़ हुए इस गाने ने उन्हें ‘कांटा लगा गर्ल’ के रूप में अमर कर दिया था। लेकिन अब, जब अभिनेत्री के अचानक निधन की खबर ने उनके प्रशंसकों को गहरा सदमा पहुंचाया है, उसी गाने के मेकर्स ने भावुक कर देने वाला फैसला किया है।
मेकर्स बोले- 'अब कभी नहीं बनेगा कांटा लगा का सीक्वल'
गाने के डायरेक्टर जोड़ी राधिका राव और विनय सप्रू ने सोशल मीडिया पर यह घोषणा की है कि अब ‘कांटा लगा’ का कोई भी सीक्वल कभी नहीं बनाया जाएगा। उन्होंने इंस्टाग्राम पर शेफाली जरीवाला की एक भावुक तस्वीर साझा की और लिखा, “बीते दिन शेफाली जरीवाला की प्रेयर मीट थी, हमने उन्हें अंतिम विदाई दी। हमारा पहला फोटोशूट, कांटा लगा, इन्ले कार्ड… आपने हमेशा कहा कि आप मरते दम तक कांटा लगा गर्ल के नाम से पहचानी जाना चाहती हैं। इसलिए हमने कभी इसका सीक्वल नहीं बनाया और अब हम कभी नहीं बनाएंगे। हम कांटा लगा से हमेशा के लिए रिटायर हो रहे हैं। यह गाना सिर्फ आपका था, और हमेशा आपका ही रहेगा। आपकी आत्मा को शांति मिले शेफाली।”
अचानक चली गई 'कांटा लगा गर्ल'
42 वर्ष की शेफाली जरीवाला के निधन की खबर से फैन्स और फिल्म इंडस्ट्री स्तब्ध है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्हें हार्ट अटैक आया। हालांकि कहा जा रहा है कि उनकी मौत की वजह वो एंटी-एजिंग दवाइयां हो सकती हैं, जो वह नियमित रूप से ले रही थीं। घटना के दिन शेफाली व्रत में थीं और खाली पेट ही उन्होंने ये दवाइयां ली थीं, जिसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ी और उन्होंने दम तोड़ दिया।
खूबसूरती और फिटनेस की मिसाल थीं शेफाली
शेफाली जरीवाला न केवल खूबसूरत थीं, बल्कि अपनी फिटनेस को लेकर भी बेहद सजग थीं। योग, जिम और हेल्दी लाइफस्टाइल उनकी दिनचर्या का हिस्सा था। यही वजह थी कि उनके आकस्मिक निधन पर यकीन करना उनके चाहने वालों के लिए बेहद कठिन हो गया।
‘कांटा लगा’ बना पहचान, जिसे कोई नहीं भूल सकता
2002 में आए 'कांटा लगा' सॉन्ग ने भारतीय म्यूजिक इंडस्ट्री में एक नया ट्रेंड सेट किया। असल में यह गाना 1972 में आई फिल्म ‘समाधि’ का रीमिक्स वर्जन था, जिसमें ओरिजिनल में आशा पारेख नजर आई थीं। लेकिन रीमिक्स वर्जन में शेफाली की परफॉर्मेंस, डांस और अंदाज ने उन्हें रातोंरात स्टार बना दिया था। इस एक गाने ने उन्हें एक ऐसी पहचान दी, जिससे वे जीवन भर जुड़ी रहीं।
कांटा लगा अब केवल शेफाली की याद में जिंदा रहेगा
अब जब शेफाली जरीवाला हमारे बीच नहीं हैं, ‘कांटा लगा’ का सीक्वल न बनाने का मेकर्स का फैसला न सिर्फ एक संगीतात्मक श्रद्धांजलि है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि कभी-कभी एक गाना किसी इंसान की पहचान से इतना जुड़ जाता है कि उसे दोहराना उस आत्मा के प्रति बेईमानी लगने लगता है।
‘कांटा लगा’ अब सिर्फ एक गाना नहीं, शेफाली जरीवाला की अमर याद बन चुका है।