
‘बिग बॉस 19’ से एविक्ट होने के बाद अभिषेक बजाज ने मीडिया से खुलकर बातचीत की। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि प्रणित मोरे का निर्णय उनके लिए चौंकाने वाला रहा। वीकेंड का वार के एपिसोड में सलमान खान ने प्रणित को एक विशेष पावर दी थी, जिसके तहत वे अशनूर कौर, अभिषेक बजाज और नीलम गिरी में से किसी एक कंटेस्टेंट को बचा सकते थे, जबकि बाकी दो सीधे घर से बाहर होने थे। इस फैसले में प्रणित ने अशनूर को सुरक्षित रखा और नीलम व अभिषेक को घर से एविक्ट कर दिया।
अभिषेक ने फिल्मीज्ञान को दिए इंटरव्यू में कहा, “मुझे बहुत बुरा लगा। प्रणित ने हमेशा कहा था कि मैं उसकी फर्स्ट प्रायोरिटी हूं। सही है, उसने कभी ये नहीं कहा कि मैं उसका बेस्ट फ्रेंड हूं, लेकिन यह जरूर कहा कि अगर कभी चुनना पड़े तो वह मुझे चुनेगा। यह बात याद करके ही मुझे उम्मीद थी कि मेरा नाम सुरक्षित रहेगा।”
उन्होंने आगे बताया, “मैंने इस शो में अपना सब कुछ दिया। अपने इमोशंस को पूरी तरह जाहिर किया, कुछ भी छुपाया नहीं। जो भी दिल में था, वही जुबान पर कहा। जब दोस्तों की बारी आई, तो मैं उनके लिए भी खड़ा रहा। हालांकि, जब उन्होंने मेरी मदद नहीं की और मुझे जीरो वोट्स मिले, तब भी मैंने उनके साथ खड़ा रहना जारी रखा।”
अभिषेक ने यह भी माना कि, “शायद प्रणित को महसूस हो गया था कि मैं अब और स्ट्रॉन्ग हो रहा हूं। इसलिए उसने मेरा नाम चुन लिया। सलमान सर ने भी उन्हें इशारों-इशारों में बताया कि जो अच्छा खेल रहा है, उसे बाहर मत निकालो। लेकिन उसने वही किया जो उसे सही लगा। वह गेम खेल गया और मैं रिश्ते निभाने में रह गया।”
इस इंटरव्यू में अभिषेक ने साफ कर दिया कि उनका उद्देश्य हमेशा गेम और दोस्ती दोनों को साथ लेकर चलना था, लेकिन खेल की स्थितियां और रणनीतियां कभी-कभी व्यक्तिगत भावनाओं से ऊपर हो जाती हैं। उनका अनुभव दर्शाता है कि बिग बॉस जैसे रियलिटी शो में केवल स्ट्रॉन्ग गेमिंग ही नहीं, बल्कि रिश्तों का प्रबंधन भी चुनौतीपूर्ण होता है।














