Union Budget 2025: आम जनता को कितना खुश करेगा बजट, ज्योतिषीय गणनाओं से जानें संकेत

By: Saloni Jasoria Sat, 25 Jan 2025 6:30:51

Union Budget 2025: आम जनता को कितना खुश करेगा बजट, ज्योतिषीय गणनाओं से जानें संकेत

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा 1 फरवरी 2025 को सुबह 11 बजे पेश किए जाने वाले बजट को लेकर सभी वर्गों के लोग उत्सुक हैं। बजट के लाल ब्रीफकेस में क्या खास होगा, यह जानने के लिए हर किसी की नजरें टिकी हैं। ज्योतिष के माध्यम से जानते हैं कि 2025 का बजट आम जनता के लिए कैसा रहेगा और यह विभिन्न सेक्टर्स में कितना लाभकारी होगा। Abp की खबर के अनुसार भारतवर्ष की कुंडली (15 अगस्त 1947, 00:00 बजे, वृषभ लग्न) के आधार पर जानें कि ग्रहों का प्रभाव इस बजट पर कैसा रहेगा और यह देशवासियों के लिए कितना फायदेमंद हो सकता है।

आम लोगों को कितना लुभाएगा बजट 2025

ज्योतिषीय दृष्टि से देखें तो बजट 2025 आम जनता के लिए संतोषजनक साबित हो सकता है। बजट का विश्लेषण करने के लिए मुख्य रूप से द्वितीय और एकादश भाव का अध्ययन किया गया है। द्वितीय भाव के स्वामी बुध, चतुर्थ भाव के स्वामी सूर्य के साथ भाग्य भाव में अस्त स्थिति में हैं। वहीं, एकादश भाव का स्वामी बृहस्पति लग्न में वक्री अवस्था में और एकादश भाव में राहु का गोचर है। धन भाव में द्वादश भाव का स्वामी मंगल वक्री स्थिति में है। इन ग्रहों की स्थिति बताती है कि बजट का कुल धनराशि पुराने बजट के आस-पास ही रहेगी, यानी किसी बड़ी बढ़ोतरी की संभावना कम है। कुंडली का चतुर्थ भाव जनता को दर्शाता है। इस भाव के स्वामी का धन भाव के स्वामी के साथ भाग्य भाव में होना संकेत देता है कि भले ही बजट में धनराशि सीमित हो, लेकिन इसका अधिकतर उपयोग जनता के हित में किया जाएगा। चतुर्थ भाव पर लग्न के स्वामी और भाग्येश शनि की पूर्ण दृष्टि यह सुनिश्चित करती है कि जनता के कल्याण के लिए विशेष ध्यान दिया जाएगा। ग्रहों की स्थिति बताती है कि यह बजट जनता को राहत और संतोष प्रदान करेगा। जनता को मिलने वाले लाभ भले ही बड़े न हों, लेकिन यह बजट आम लोगों की मूलभूत आवश्यकताओं को पूरा करने में सफल हो सकता है।

किन चीजों के लिए जेब पर पड़ेगा असर

कुंडली में केतु पंचम भाव में स्थित है, जो शिक्षा और ज्ञान के क्षेत्र को प्रभावित करता है। केतु की यह स्थिति अस्थिरता और कमी का संकेत देती है। इसका अर्थ है कि शिक्षा के क्षेत्र में केवल सतही लाभ देखने को मिल सकते हैं। हालांकि, शिक्षा के ढांचे में गहराई और मजबूती लाने के लिए बजट में किसी बड़े सुधार की उम्मीद कम है। इससे छात्रों और शिक्षण संस्थानों को आंशिक लाभ मिल सकता है, लेकिन दीर्घकालिक सुधार की संभावना सीमित रहेगी।

वहीं दूसरी ओर, रेल और सड़क जैसे इंफ्रास्ट्रक्चर पर यह बजट सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। यातायात और परिवहन के साधनों का आकलन चतुर्थ भाव और शनि ग्रह के माध्यम से किया जाता है। कुंडली में शनि की स्थिति मजबूत है और यह चतुर्थ भाव पर शुभ दृष्टि डालता है। इसके साथ शुक्र की दृष्टि भी है, जो लग्जरी और सुख-सुविधाओं का प्रतीक है। ऐसे में रेलवे और परिवहन के साधनों के लिए यह बजट लाभकारी साबित हो सकता है। नए निर्माण और बुनियादी ढांचे में सुधार पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, जिससे यातायात के क्षेत्र में दीर्घकालिक लाभ मिलेगा।

समग्र रूप से, इस बजट से शिक्षा के क्षेत्र में कुछ असंतोष की स्थिति देखने को मिलेगी, जबकि परिवहन और बुनियादी ढांचे में सुधार की संभावनाएं अधिक होंगी। आम जनता को जहां कुछ क्षेत्रों में अपनी जेब पर बोझ महसूस हो सकता है, वहीं यातायात और विकास के क्षेत्रों में बेहतर सुविधाओं का लाभ मिल सकता है।

स्वास्थ्य और पर्यटन की दृष्टि से बजट 2025

स्वास्थ्य के क्षेत्र में बजट 2025 का ज्योतिषीय विश्लेषण यह दर्शाता है कि लग्न और षष्टम भाव की स्थिति महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। कुंडली में इन भावों का स्वामी शुक्र दशम भाव में स्थित है, जो स्वास्थ्य और मेडिकल सेवाओं में वृद्धि का संकेत देता है। हालांकि, गोचर में बृहस्पति वक्री अवस्था में लग्नस्थ है, जिससे स्वास्थ्य से जुड़े विभागों में अस्थिरता और अव्यवस्था की स्थिति बनी रह सकती है। इस वजह से आम जनता को स्वास्थ्य सेवाओं में कुछ समय के लिए परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। बजट इस क्षेत्र में व्यापक सुधार लाने में पूर्णतः सक्षम प्रतीत नहीं होता।

पर्यटन क्षेत्र की बात करें तो द्वादश और चतुर्थ भाव का अध्ययन महत्वपूर्ण है। चतुर्थ भाव की मजबूत स्थिति यह दर्शाती है कि देश के भीतर पर्यटकों के आगमन और पर्यटन स्थलों के विकास में यह बजट काफी सकारात्मक प्रभाव डालेगा। पर्यटन स्थलों और संबंधित साधनों को अधिक आकर्षक और सुविधाजनक बनाने के लिए प्रयास किए जाएंगे। हालांकि, द्वादश भाव का स्वामी मंगल वक्री अवस्था में है, जिससे अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के आगमन में कुछ कमी देखने को मिल सकती है। समग्र रूप से, स्वास्थ्य क्षेत्र में इस बजट से सीमित सुधार की उम्मीद की जा सकती है, जबकि पर्यटन क्षेत्र में आंतरिक विकास और आकर्षण बढ़ाने के लिए यह बजट सहायक सिद्ध हो सकता है।

सूर्य और शनि की होगी विशेष भूमिका

बजट 2025 के दौरान शनि और सूर्य की स्थिति बेहद महत्वपूर्ण रहेगी। शनि द्वारा निर्मित शशक महापुरुष राजयोग के प्रभाव से यह संभावना बनती है कि बजट को जनता के सामने सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ प्रस्तुत किया जाएगा। यह बजट सरकार के लिए एक मजबूत ढांचा तैयार करने में सहायक होगा, जो भविष्य में आम जनता के मन में स्थायी प्रभाव छोड़ेगा। इसके अलावा, धार्मिक क्षेत्र और तीर्थ स्थलों के पुनर्निर्माण और विकास पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। नई योजनाओं के माध्यम से धर्म और सांस्कृतिक मूल्यों को बढ़ावा देने के प्रयास किए जाएंगे।

राहु का अप्रत्याशित प्रभाव

राहु को ज्योतिष में एक ऐसा ग्रह माना जाता है जो आकस्मिक और अप्रत्याशित घटनाओं का कारक होता है। एकादश भाव में राहु की उपस्थिति धन लाभ के संकेत देती है, लेकिन इसके स्वभाव के अनुसार यह झूठी युक्तियां और भ्रम पैदा करने में भी सक्षम है। राहु की स्थिति से यह संकेत मिलता है कि सरकार बजट में ऐसी योजनाएं पेश कर सकती है जो शुरुआत में जनता के हित में प्रतीत होंगी। लेकिन अंततः इन योजनाओं से सरकार को टैक्स या अन्य माध्यमों से अधिक लाभ मिलने की संभावना है। यह राहु का अप्रत्याशित प्रभाव होगा, जो जनता के लिए एक सरप्राइज के रूप में सामने आएगा।

संपूर्ण विश्लेषण के आधार पर, बजट 2025 एक संतुलन साधने का प्रयास करेगा, जहां शनि और सूर्य की सकारात्मक ऊर्जा विकास और स्थिरता लाने में मदद करेगी, जबकि राहु अप्रत्याशित लेकिन रणनीतिक परिणाम दे सकता है।

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