शनि देव को न्याय का देवता माना जाता है, जो व्यक्ति के कर्मों के आधार पर उसे फल देते हैं। इसलिए जब शनि की महादशा, साढ़ेसाती या ढैय्या का प्रभाव हो, तो गलत कार्यों से बचना चाहिए, क्योंकि शनि दंड देने में देर नहीं करते। 29 मार्च को शनि ग्रह कुंभ राशि से मीन राशि में प्रवेश करेंगे। इस गोचर का असर कई राशियों पर देखने को मिलेगा—कुछ पर साढ़ेसाती की शुरुआत होगी, तो कुछ को ढैय्या का सामना करना पड़ेगा। वहीं, कुछ राशि वालों को शनि के प्रभाव से मुक्ति भी मिलेगी।
किन राशियों पर होगा शनि का प्रभाव?
29 मार्च से शनि की साढ़ेसाती मेष राशि पर शुरू होगी, जहां इसका पहला चरण रहेगा। मीन राशि में साढ़ेसाती का दूसरा चरण चलेगा, जबकि कुंभ राशि में साढ़ेसाती का अंतिम चरण रहेगा। इसके अलावा, सिंह और धनु राशि के जातकों को ढैय्या का प्रभाव झेलना पड़ेगा, जिससे उन्हें कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।
किन राशियों को मिलेगी राहत?
शनि का यह गोचर मकर राशि के लिए राहत लेकर आएगा, क्योंकि उनकी साढ़ेसाती समाप्त हो जाएगी। वहीं, कर्क और वृश्चिक राशि वालों को ढैय्या के प्रभाव से मुक्ति मिलेगी, जिससे उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव आने की संभावना है। धन-संपत्ति में वृद्धि, पद-प्रतिष्ठा में उन्नति और मानसिक शांति मिल सकती है।
साढ़ेसाती और ढैय्या में क्या अंतर है?
- साढ़ेसाती की अवधि साढ़े सात साल होती है, जबकि ढैय्या केवल ढाई साल तक रहती है।
- जब शनि जन्म राशि से 12वें, पहले और दूसरे भाव में गोचर करता है, तो साढ़ेसाती लगती है।
- जब शनि जन्म राशि से चौथे या आठवें भाव में गोचर करता है, तो ढैय्या का प्रभाव होता है।
- साढ़ेसाती और ढैय्या जीवन में कठिन परिस्थितियां लेकर आती हैं, लेकिन सही उपाय करने से इनका अशुभ प्रभाव कम किया जा सकता है।
शनि के प्रभाव से कैसे बचें?
अगर शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या चल रही हो, तो कुछ उपाय करके राहत पाई जा सकती है:
- हर शनिवार को शनि देव की पूजा करें और तेल चढ़ाएं।
- गरीबों और जरूरतमंदों को काले तिल, उड़द दाल और लोहे से बनी चीजें दान करें।
- हनुमान चालीसा का पाठ करें, क्योंकि हनुमान जी की पूजा से शनि के दुष्प्रभाव कम होते हैं।
- मेहनत और ईमानदारी से काम करें, क्योंकि शनि केवल कर्म के आधार पर ही फल देते हैं।
शनि का यह गोचर कई राशियों के लिए नए बदलाव और चुनौतियां लेकर आएगा। ऐसे में, सही उपाय अपनाकर और सकारात्मक कर्म करके इसका शुभ प्रभाव प्राप्त किया जा सकता है।