आज है सावन का अंतिम सोमवार, जानें शिव पूजा का शुभ मुहूर्त और मनोकामना उपाय
By: Ankur Mon, 08 Aug 2022 07:33:16
सावन का महीना अपनी समाप्ति की ओर हैं और आज सावन का आखिरी सोमवार हैं। सावन के सोमवार का महत्व तो आप सभी जानते हैं जिसमें भगवान भोलेनाथ की विशेष पूजा-अर्चना करने का विधान है। मान्यता है कि सावन सोमवार पर रुद्राभिषेक करने से दरिद्रता और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है। इसलिए सभी भक्तगण आज के दिन शिव की पूजा करने का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहते हैं। इसी के साथ आज भगवान विष्णु की प्रिय एकादशी का व्रत भी हैं जो इसे और खास बनाता हैं। ऐसे में अगर आप जीवन की समस्याओं से निजात पाते हुए अपनी मनोकामनाओ की पूर्ती चाहते हैं तो आज हम आपको कुछ उपाय बताने जा रहे हैं जिन्हें करना आपके लिए शुभ फलदायी साबित होगा। आइये जानते हैं इन उपायों के बारे में...
सावन सोमवार पूजा शुभ मुहूर्त
सावन के चौथे सोमवार पर बेहद खास योग बन रहे हैं क्योंकि इस दिन सावन मास की पुत्रदा एकादशी का भी व्रत रखा जाएगा। साथ ही रवि नामक योग भी बन रहा है। यह योग सभी वार, नक्षत्र, तिथि को दोषों को दूर करने वाला है। रवि योग सुबह 05 बजकर 46 मिनट से दोपहर 02 बजकर 37 मिनट तक रहेगा। इस खास मुहूर्त में शिवलिंग का पंचामृत से अभिषेक करने से लाभ प्राप्ति के मार्ग में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं और आरोग्य सुख की प्राप्ति होती है। ऐसे में सावन का चौथा सोमवार भगवान शिव और भगवान विष्णु के लिए बेहद खास माना जा रहा है।
करें महामृत्युंजय मंत्र का जाप
श्रावण मास में महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से भक्तों को अत्यंत लाभ मिलता है। माना जाता है कि इस मंत्र के जाप से व्यक्ति को आरोग्य की प्राप्ति होती है और कई गंभीर बीमारियों से लड़ने की शक्ति प्राप्त होती है।
ॐ हौं जूं स: ॐ भूर्भुव: स्व: ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् ।
उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ॐ स्व: भुव: भू: ॐ स: जूं हौं ॐ ।।
चंदन का तिलक
चंदन की प्रकृति शीतल होती है। वहीं भगवान शिव को पीला चंदन अति प्रिय है। ऐसे में ज्योतिष अनुसार पूजा के दौरान शिवजी को पीले चंदन का तिलक लगाने से पैसों की तंगी दूर होती है और धन-दौलत का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
रखें उपवास
श्रावण मास के अंतिम सोमवार के दिन उपवास रखने का विधान शिव पुराण में भी वर्णित है। माना जाता है कि इस दिन उपवास रखने से मन शांत होता है और कठिन निर्णय लेने में आसानी होती है। साथ ही जो ग्रह व्यक्ति की कुंडली में अशुभ प्रभाव डाल रहे हैं वह भी दूर हो जाते हैं और भगवान शिव इससे प्रसन्न होते हैं।
शिवलिंग का करें रुद्राभिषेक
भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए सोमवार की शाम शिवालय में जाकर शिवलिंग पर गंगाजल अर्पित करें। इस दौरान शंकर जी के मूल मंत्र 'ओम नमः शिवाय' का उच्चारण करते रहें। मान्यता है कि इस उपाय को करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है। माना जाता है कि सावन मास में हर रोज दूध, गंगाजल और गन्ने का रस चढ़ाने से भोलेनाथ अत्यंत प्रसन्न होते हैं और भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। शिव पुराण में यह भी बताया गया है कि हर रोज जल में काला तिल डालकर भगवान शिव का अभिषेक करने से सभी कष्टों से मुक्ति मिल जाती है। इसके साथ अटके हुए काम भी पूरे हो जाते हैं और पराक्रम व साहस में वृद्धि होती है। वैवाहिक जीवन में आ रही समस्याओं से मुक्ति पाने के लिए सावन सोमवार के दिन केसर मिश्रित जल से शिवलिंग पर अभिषेक करने से शुभ परिणाम मिलने की मान्यता है।
कच्चे चावल और काले तेल
सोमवार की शाम को कच्चे चावल और काले तेल मिलाकर दान करना बहुत शुभ माना गया है। मान्यता है कि इस उपाय से पितृ प्रसन्न होते हैं और जीवन में सुख-शांति का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
बेलपत्र का उपाय
हिंदू धर्म में बेलपत्र के वृक्ष को श्रीवृक्ष भी कहा जाता है। मान्यता है कि इसकी जड़ में स्वयं मां लक्ष्मी का वास होता है। यही वजह है कि सावन के सोमवार को बेलपत्र के वृक्ष की पूजा-अर्चना करने से धन की देवी लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। धन वृद्धि का आशीर्वाद देती हैं।