
अंक ज्योतिष के अनुसार, किसी भी व्यक्ति की जन्मतिथि उसके स्वभाव, सोच और जीवन की दिशा के बारे में कई संकेत देती है। जन्म की तारीख के अंकों को जोड़कर जो संख्या प्राप्त होती है, वही व्यक्ति का मूलांक कहलाती है। उदाहरण के तौर पर, यदि किसी का जन्म महीने की 26 तारीख को हुआ है, तो 2 और 6 को जोड़ने पर मूलांक 8 बनता है। माना जाता है कि मूलांक न केवल व्यक्ति की मानसिक प्रवृत्ति को दर्शाता है, बल्कि यह भी बताता है कि वह पढ़ाई और करियर के किन क्षेत्रों में बेहतर प्रदर्शन कर सकता है। आज हम ऐसे ही एक मूलांक की चर्चा कर रहे हैं, जिसके जातक सही दिशा मिलने पर सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंच सकते हैं।
गुरु ग्रह का प्रभाव होता है प्रमुख
यहां बात हो रही है मूलांक 3 वाले लोगों की। अंक ज्योतिष में मूलांक 3 को गुरु ग्रह यानी बृहस्पति से जोड़ा गया है। बृहस्पति को ज्ञान, विवेक, धर्म और बुद्धि का प्रतीक माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जिन लोगों का जन्म किसी महीने की 3, 12, 21 या 30 तारीख को हुआ होता है, उनका मूलांक 3 माना जाता है। ऐसे लोगों के जीवन में सीखने की प्रवृत्ति, नैतिक सोच और आगे बढ़ने की तीव्र इच्छा साफ नजर आती है।
पढ़ाई-लिखाई में रहते हैं आगे
मूलांक 3 के जातक स्वभाव से बुद्धिमान, कल्पनाशील और आत्मनिर्भर होते हैं। पढ़ाई-लिखाई के मामले में ये अक्सर दूसरों से आगे रहते हैं। इनकी खासियत यह होती है कि ये अपनी समझ और रचनात्मक सोच का सही जगह उपयोग करना जानते हैं। आत्मविश्वास इनके व्यक्तित्व की बड़ी ताकत होता है और नेतृत्व करने की क्षमता भी इनमें स्वाभाविक रूप से पाई जाती है। कुछ नया सीखने और खुद को बेहतर बनाने की चाह इन्हें लगातार आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है। यदि इन्हें समय पर सही मार्गदर्शन मिल जाए, तो जीवन में बड़ी सफलता हासिल करना इनके लिए मुश्किल नहीं होता।
करियर में बनाते हैं मजबूत पहचान
करियर की बात करें तो मूलांक 3 वाले लोग कई क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन करते हैं। लेखन, डिजाइनिंग, प्रशासनिक सेवाएं और सरकारी क्षेत्र इनके लिए अनुकूल माने जाते हैं। इसके अलावा शिक्षा, मैनेजमेंट, ट्रेनिंग और काउंसलिंग जैसे क्षेत्रों में भी ये अपनी समझ और नेतृत्व क्षमता के दम पर अलग पहचान बना सकते हैं। लोगों को मार्गदर्शन देना और टीम को सही दिशा में ले जाना इनकी खास खूबी होती है, जो इन्हें पेशेवर जीवन में भी सफल बनाती है।













