
हर ग्रह समय-समय पर अपनी राशि बदलता है और कई बार ऐसे बदलावों से कुछ विशेष योग भी बनते हैं, जो जीवन में बड़ा असर डाल सकते हैं। ऐसा ही एक प्रभावशाली योग इस समय बन रहा है— ग्रहों के राजा सूर्य और देवगुरु बृहस्पति की मिथुन राशि में युति। इन दोनों ग्रहों की युति से गुरु-आदित्य योग का शुभ संयोग बन रहा है, जिसे ज्योतिष में अत्यंत प्रभावशाली और भाग्यवर्धक माना जाता है।
ज्योतिष गणनाओं के अनुसार, सूर्य ने 15 जून को मिथुन राशि में प्रवेश किया था और 15 जुलाई तक इसी राशि में रहेंगे। इस दौरान गुरु पहले से ही वहां मौजूद हैं, जिससे सूर्य-गुरु की युति बनी रहेगी। इस शुभ युति का असर 12 राशियों पर पड़ेगा, लेकिन कुछ भाग्यशाली राशियों को इससे विशेष रूप से लाभ मिलने की संभावना है। आइए जानते हैं किन राशियों को इस समय मिलेगा विशेष शुभ फल और जीवन में दिख सकते हैं सकारात्मक बदलाव:
वृषभ राशि
वृषभ राशि के जातकों के लिए सूर्य और गुरु की युति किसी वरदान से कम नहीं होगी। यदि आप व्यवसाय में हैं तो यह समय आर्थिक दृष्टि से बेहद फलदायी साबित हो सकता है। बड़ी डील्स और मुनाफे के योग बन रहे हैं। अगर आप नई नौकरी की तलाश कर रहे हैं तो एक अच्छी खबर आपकी राह देख रही है। इस समय पारिवारिक जीवन में भी सुकून रहेगा और जीवनसाथी के साथ मधुर पल बिताने का अवसर मिलेगा। रुके हुए कार्य पूर्ण होंगे और स्वास्थ्य भी बेहतर महसूस होगा।
सिंह राशि
सिंह राशि वालों के लिए यह समय आशा की नई किरण लेकर आया है। सूर्य-गुरु की युति से आपकी आमदनी में इज़ाफ़ा हो सकता है और आय के नए स्रोत बन सकते हैं। पुराने निवेश अब फल देने लगेंगे। जीवनसाथी का सहयोग आपके आत्मविश्वास को बढ़ाएगा। करियर में नए अवसर मिल सकते हैं, प्रमोशन की संभावना भी प्रबल है। जो लोग व्यापार में हैं, वे पार्टनरशिप में नया काम शुरू करने पर विचार कर सकते हैं, जिससे भविष्य में लाभ सुनिश्चित होगा।
कन्या राशि
कन्या राशि के लिए यह समय किसी सौगात से कम नहीं है। सूर्य-गुरु की युति के चलते न सिर्फ व्यापारियों को लाभ होगा बल्कि नौकरीपेशा लोगों को भी पदोन्नति और मान-सम्मान मिलने की संभावना है। आर्थिक मामलों में यह समय बेहतरीन रहेगा और आप अपने लक्ष्यों की ओर मजबूती से बढ़ पाएंगे। सेहत में सुधार आएगा, और घरेलू जीवन में भी सकारात्मक ऊर्जा बनी रहेगी। जीवनसाथी के साथ रिश्ते और गहरे होंगे, जिससे मन को सुकून मिलेगा।
डिस्क्लेमर: यह लेख धार्मिक मान्यताओं और पंचांग आधारित जानकारी पर आधारित है। किसी विशेष निर्णय या अनुष्ठान से पहले योग्य पंडित या ज्योतिषी से परामर्श अवश्य लें।














