शिव-पार्वती को समर्पित हैं हरियाली तीज, जानें इसका महत्व और पूजन विधि
By: Ankur Mundra Wed, 11 Aug 2021 08:35:10
सावन का महीना बेहद पवित्र होता हैं जो कि शिव को समर्पित होता हैं। लेकिन इस महीने में कई ऐसे दिन हैं जो विशेष प्रयोजन के लिए जाने जाते हैं। आज बुधवार 11 अगस्त को सावन शुक्ल तृतीया तिथि हैं जो कि शिव-पार्वती को समर्पित होती हैं और हरियाली तीज के रूप में मनाई जाती हैं। इस दिन सुहागिन महिलाएं माता पार्वती का पूजन करते हुए अपने पति की दीर्घायु के लिए व्रत करती हैं और आशीर्वाद की कामना करती हैं। इस दिन निर्जला व्रत रख भगवान शिव और माता पार्वती का पूजन किया जाता है। आइए आपको बताते हैं इस व्रत का महत्व और कैसे की जाती है पूजा।
हरियाली तीज का महत्व
हरियाली तीज के दिन कुछ स्थानों पर महिलाएं अपने पति की लंबी आयु की कामना के साथ निर्जला व्रत करती हैं जबकि कुछ स्थानों पर महिलाएं पूजा करने के बाद आहार ग्रहण कर लेती हैं। इस दिन को लेकर यह मान्यता है कि भगवान शिव ने देवी पार्वती से खुश होकर इसी दिन उनसे विवाह किया था। सावन का महीना हरियाली को समर्पित होता है इसलिए इस दिन हरे वस्त्र, हरी चूड़ियां पहनती हैं और हाथों में हरी-हरी मेंहदी लगाती हैं। मान्यता है कि ऐसा करने से माता पार्वती प्रसन्न होकर सदा सौभाग्यवती रहने का आशीर्वाद देती हैं।
कैसे की जाती है पूजा
इस दिन महिलाएं सोलह श्रृंगार करके सुंदर वस्त्र धारण करती हैं और हाथों में मेंहदी के साथ पैरों में रंग लगाती हैं। इसके बाद महिलाएं समूह में एकत्र होकर हरियाली तीज की पूजा करती हैं। कुछ महिलाएं बाग और बगीचों में जाकर माता पार्वती की प्रतिमा को रेशमी वस्त्रों और हरे पत्तों से सजाती हैं तो वहीं कुछ महिलाएं घर पर ही पूजा करती हैं। पूजा में सुहाग की सभी सामिग्री के साथ, रुपये और उपहार रखा जाता है। पूजा करने के बाद महिलाएं पति की दीर्घायु के लिए कामना करती हैं और फिर सुहाग की सामग्री, पैसे और उपहार अपनी सास या ननद को उपहार में देकर उनके चरण स्पर्श करके आशीर्वाद लेती हैं।
कुंवारी कन्याएं रख सकती हैं यह व्रत ?
कुछ स्थानों पर कुंवारी कन्याएं भी यह व्रत करती हैं। इसके पीछे आशय यह होता है कि जिस प्रकार तपस्या करने से माता पार्वती को भगवान शिव जैसे पति की प्राप्ति हुई, वैसे ही व्रत करके और शिव-पार्वती की पूजा करके उन्हें भी भविष्य में अच्छा जीवनसाथी मिले। इसलिए कुछ घरों में कुंवारी कन्याओं को भी यह व्रत करवाया जाता है।
हरियाली तीज पर जरूर करें ये कार्य
- हरियाली तीज पर माता-पिता द्वारा भेजे गए वस्त्र पहनकर पूजा करना सबसे अच्छा माना जाता है।
- इस दिन व्रत करने वाली महिलाएं को व्रत कथा जरूर ही सुननी चाहिए।
- इस दिन महिलाओं को हो सके तो पति के साथ झूला जरूर झूलना चाहिए। ऐसा करने से उनके जीवन में खुशहाली आती है।
- यह व्रत पति की लंबी उम्र और सलामती के लिए है। ऐसे में जीवनसाथी को धोखा न दें या झूठ न बोलें।
- इस दिन प्रकृति को किसी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए।
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। lifeberrys हिंदी इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन पर अमल करने से पहले विशेषज्ञ से संपर्क जरुर करें।)